विक्रम संवत: 2082
शक संवत: 1947
मास: आश्विन शुक्ल पक्ष
तिथि: एकादशी (प्रातः 06:33 बजे तक), इसके बाद द्वादशी
नक्षत्र: श्रवण (09:34 बजे तक), तत्पश्चात धनिष्ठा
योग: सर्वार्थ सिद्धि योग एवं रवि योग – शुभ
वार: शुक्रवार
सूर्योदय: प्रातः 06:23 बजे
सूर्यास्त: सायं 06:08 बजे
राहुकाल: प्रातः 10:47 से दोपहर 12:15 तक
गुलिक काल: प्रातः 07:51 से 09:19 तक
यमगण्ड काल: दोपहर 03:12 से 04:40 तक
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11:52 से 12:39 तक
आज का पर्व: पापाकुंशी एकादशी व्रत
यह व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। पापों के नाश एवं मोक्ष की प्राप्ति के लिए यह एकादशी अत्यंत फलदायी मानी गई है।
विशेष योग: आज के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग बन रहा है, जो सभी प्रकार के शुभ कार्यों, यात्रा, पूजन एवं नए कार्यारंभ के लिए अत्यंत उत्तम है।
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