आज का पंचांग: 21 जुलाई 2025, सोमवार आज श्रावण मास का दूसरा सोमवार और कामिका एकादशी का पावन संयोग। तिथि:एकादशी तिथि: प्रातः 09 बजकर 38 मिनट तक। उसके बाद द्वादशी तिथि का आरंभ। नक्षत्र: रोहिणी नक्षत्र: रात्रि 09 बजकर 07 मिनट तक उसके बाद मृगशिरा नक्षत्र का आरंभ। योग: वृद्धि योग: सायं 07 बजकर 39 मिनट तक उसके बाद ध्रुव योग का आरंभ। करण:बालव करण: प्रातः 09 बजकर 40 मिनट तक उसके बाद तैतिल करण का आरंभ।
सूर्य और चंद्रमा: सूर्योदय: सुबह 05 बजकर 36 मिनट पर।सूर्यास्त: शाम 07 बजकर 18 मिनट पर। चंद्रमा: दिन-रात वृष राशि पर संचार करेगा। चंद्रोदय: अगले दिन 22 जुलाई को प्रातः 02 बजकर 32 मिनट पर। चंद्रास्त: शाम 04 बजकर 21 मिनट पर।
आज का शुभ मुहूर्त : ब्रह्म मुहूर्त: प्रातः 04 बजकर 14 मिनट से 04 बजकर 55 मिनट तक। विजय मुहूर्त: दोपहर 02 बजकर 44 मिनट से 03 बजकर 39 मिनट तक। निशिथ काल: मध्य रात्रि 12 बजकर 07 मिनट से 12 बजकर 48 मिनट तक। गोधूलि बेला: शाम 07 बजकर 17 मिनट से 07 बजकर 38 मिनट तक। अभिजित मुहूर्त: दोपहर 12 बजे से 12 बजकर 55 मिनट तक। अमृत काल: शाम 06 बजकर 09 मिनट से 07 बजकर 38 मिनट तक। सर्वार्थ सिद्धि योग: पूरे दिन। अमृत सिद्धि योग: रात्रि 09 बजकर 07 मिनट से अगले दिन सुबह 05 बजकर 37 मिनट तक।
अशुभ मुहूर्त : राहुकाल: प्रातः 07 बजकर 30 मिनट से 09 बजे तक। गुलिक काल: दोपहर 01 बजकर 30 मिनट से 03 बजे तक। यमगंड: सुबह 10 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक। दुर्मुहूर्त काल: सुबह 05 बजकर 29 मिनट से 06 बजकर 24 मिनट तक। भद्राकाल: सुबह 05 बजकर 36 मिनट से 12 बजकर 12 मिनट तक। दिशा शूल: आज पूर्व दिशा में यात्रा करने से बचें। यदि आवश्यक हो तो दर्पण देखकर या कोई भी पुष्प खाकर घर से निकलें।
आज का उपाय: आज आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ कम से कम 2 बार करें और भगवान विष्णु के सामने घी का दीपक जलाएं। सावन सोमवार के कारण भगवान शिव का जलाभिषेक और पूजन भी विशेष फलदायी होगा।