सावधानी ही सुरक्षा है : डॉ. ऋषि कुमार चौधरी

 -भीषण गर्मी में बढ़ रही बीमारियों की आशंका, डॉक्टर ने बताए बचाव के सरल उपाय

विनोद कुमार झा

इन दिनों तेज गर्मी ने पूरे उत्तर भारत को अपनी चपेट में ले लिया है। तापमान का अचानक बढ़ना और फिर बारिश के चलते नमी से वातावरण में अजीब किस्म का बदलाव देखने को मिल रहा है, जिससे तमाम मौसमी बीमारियों का खतरा भी तेजी से बढ़ गया है। बुखार, खांसी, नजला, लू और मच्छरों से होने वाली बीमारियां जैसे डेंगू और मलेरिया इन दिनों अपना उग्र रूप धारण कर सकती हैं।

विशेषज्ञों की मानें तो मौसम के इस बदलाव को हल्के में लेना बिल्कुल भी समझदारी नहीं है। तेज धूप और उमस में शरीर का तापमान असंतुलित होने लगता है, जिससे हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन और त्वचा संबंधी समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं। ऐसे में किसी भी दवा का सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं करना चाहिए।

इसी क्रम में The Hope Angel Health Care Center, सेक्टर-116, नोएडा के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. ऋषि कुमार चौधरी ने भीषण गर्मी में होने वाली बीमारियों और उनके रोकथाम को लेकर कुछ अत्यंत उपयोगी सुझाव साझा किए हैं। उनका कहना है कि ऐसे मौसम में शरीर को भीतर से ठंडा और हाइड्रेटेड रखना ही सबसे पहला और प्रमुख कदम होना चाहिए।

डॉ. चौधरी ने बताया कि अक्सर लोग सुबह जल्दी काम पर निकल जाते हैं और यह नहीं समझते कि सुबह के समय भी तेज धूप या बारिश का असर शरीर पर कैसे पड़ सकता है। यह अनदेखी कई बार गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है। ऐसे में लोगों को जागरूक होकर सतर्कता बरतनी चाहिए और अपने खान-पान, दिनचर्या और डॉक्टर की सलाह को जीवन का अनिवार्य हिस्सा बनाना चाहिए।

डॉ. ऋषि कुमार चौधरी द्वारा दिए गए सुझाव

1. पर्याप्त पानी पिएं – रोजाना 10-12 गिलास पानी पिएं ताकि शरीर डिहाइड्रेट न हो।

2. नारियल पानी, छाछ, बेल का शरबत आदि प्राकृतिक पेय का सेवन करें।

3. तेज धूप में बाहर निकलने से बचें, खासकर दोपहर 12 से 3 बजे के बीच।

4. हल्का और पचने योग्य भोजन करें , जैसे खिचड़ी, दाल, फल और सब्जियां।

5. तेल-तले भोजन से बचें , क्योंकि ये शरीर में गर्मी बढ़ाते हैं।

6. बाहर से आने के बाद तुरंत ठंडा पानी न पिएं, पहले पसीना सूखने दें।

7. साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें ताकि मच्छरों का प्रकोप न हो।

8. बच्चों और बुजुर्गों की विशेष देखभाल करें**, क्योंकि वे अधिक संवेदनशील होते हैं।

नियमित खान-पान पर सुझाव

  • सुबह का नाश्ता समय पर करें जिसमें तरबूज, खरबूजा, खीरा जैसे ठंडक देने वाले फल शामिल हों।
  • दोपहर के भोजन में दही या छाछ का सेवन करें।
  •  रात के भोजन में भारी भोजन से परहेज करें और समय पर सोने की आदत डालें।
  • चाय-कॉफी की जगह नींबू पानी या ग्रीन टी का सेवन करें।

भीषण गर्मी केवल असुविधाजनक नहीं होती, बल्कि यह गंभीर स्वास्थ्य संकट भी उत्पन्न कर सकती है। ऐसे में हर व्यक्ति का दायित्व है कि वह स्वयं भी सावधानी बरते और अपने आसपास के लोगों को भी सतर्क रखे। चिकित्सकों की सलाह, सही खान-पान और जागरूकता ही इस मौसम में हमारे सबसे बड़े सुरक्षा कवच हैं।

संदेश: सावधानी ही सुरक्षा है  गर्मी से बचाव की तैयारी ही स्वस्थ जीवन की कुंजी है।


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