कालांवाली (सुरेश जोरासिया) । कार्तिक कृष्ण पक्ष चतुर्थी को सुहागिनों ने अपने पति की लंबी आयु के लिए करवाचौथ का निर्जला व्रत रखा है। इस पर्व को लेकर महिलाओं में खासा उत्साह देखा गया। महिलाओं ने इस त्यौहार पर सोलह श्रृंगार किया एवं बाजारों में खूब खरीदारी कि। मान्यता है कि करवाचौथ का व्रत रखने से अखंड सौभाग्य का वरदान मिलता है। सुहागिनें दिनभर बिना जल ग्रहण किए उपवास रखती हैं।
दिन में माता की कहानी अर्थात पूजा अर्चना कि जाती है। और सांय को चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद पति के हाथों पानी पीकर अपना व्रत तोड़ती हैं। यह पर्व पति.पत्नी के रिश्ते को मजबूत बनाने वाला माना जाता है। पत्नियां अपने पति की सुख.समृद्धि और लंबी आयु के लिए विशेष पूजा.अर्चना करती हैं। चंद्रमा को आयु सुख और शांति का प्रतीक माना जाता है। चंद्र देव की पूजा कर सुहागिनें वैवाहिक जीवन में सुख.शांति पति की लंबी आयु की कामना करती हैं।