धू-धू कर जला अहंकार रूपी रावण, उत्सव में झूमे लोग
नोएडा/हापुड़। विजयादशमी के पावन पर्व पर बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक रावण दहन पूरे उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया। धू-धू कर जले अहंकार रूपी रावण के पुतले ने यह संदेश दिया कि असत्य और अधर्म का अंत निश्चित है।
बारिश की फुहारें भी लोगों के उत्साह को कम नहीं कर सकीं। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक दशहरा मैदानों में लोगों की भीड़ उमड़ी रही। जगह-जगह आतिशबाजी, झांकियों और जय श्रीराम के जयकारों से वातावरण भक्तिमय हो गया।
दस दिन तक चले शारदीय नवरात्र और देवी के नौ रूपों की आराधना के बाद रावण दहन के साथ उत्सव का समापन हुआ। इस दौरान श्रद्धालुओं ने भगवान श्रीराम के आदर्शों को अपनाने और समाज से बुराइयों को दूर करने का संकल्प लिया।
प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने भी सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए थे। भीड़-भाड़ वाले इलाकों में पुलिस बल की तैनाती रही और जगह-जगह निगरानी की व्यवस्था की गई, जिससे कार्यक्रम शांति और सौहार्द के माहौल में संपन्न हुआ।
रावण दहन के साथ लोगों के चेहरों पर खुशी और उम्मीद की नई किरण झलक रही थी — मानो हर किसी के मन में अच्छाई की जीत का दीप जल उठा हो।