नोएडा। आज पूरे देशभर में देवशिल्पी भगवान विश्वकर्मा की जयंती एवं विश्वकर्मा पूजा धूमधाम से मनाई जा रही है। औद्योगिक क्षेत्रों, कारखानों, कार्यशालाओं, फैक्ट्रियों से लेकर छोटे-छोटे प्रतिष्ठानों तक में विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया गया। भगवान विश्वकर्मा को ‘देवताओं के शिल्पी’ और ‘वास्तु तथा उद्योग के जनक’ के रूप में पूजा जाता है।
सुबह से ही श्रद्धालु अपने-अपने कार्यस्थलों पर पूजा की तैयारियों में जुटे रहे। इस अवसर पर मशीनों, औजारों और उपकरणों की विशेष सफाई कर उनका पूजन किया गया। कई जगहों पर झांकियां निकाली गईं और भजन-कीर्तन का आयोजन भी हुआ।
धार्मिक मान्यता के अनुसार भगवान विश्वकर्मा ने न केवल स्वर्ग, द्वारका, हस्तिनापुर और लंका जैसी अद्भुत नगरी का निर्माण किया बल्कि महाभारत काल के ‘वज्र’ और विभिन्न दिव्य अस्त्र-शस्त्र भी उन्हीं की देन हैं। इस दिन श्रद्धालु उनसे सुरक्षा, समृद्धि और कामकाज में प्रगति की कामना करते हैं।
औद्योगिक नगरों जैसे जमशेदपुर, धनबाद, बोकारो, पटना, दिल्ली, नोएडा, लुधियाना, कानपुर और नोएडा के कारखानों में भी पूजा-पाठ के साथ छुट्टी और प्रसाद वितरण का आयोजन किया गया। वहीं ग्रामीण इलाकों में किसानों और कारीगरों ने अपने-अपने औजारों की पूजा कर नई शुरुआत का संकल्प लिया। मशीनों, औजारों और उपकरणों की सफाई कर विधिवत पूजन किया गया।
पूजा पंडालों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही और शाम तक धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला जारी रही। जगह-जगह मेले और भंडारे का आयोजन कर लोगों को प्रसाद वितरित किया गया। देवशिल्पी विश्वकर्मा जयंती इस वर्ष भी आस्था, उल्लास और परिश्रम की ऊर्जा के संदेश के साथ पूरे देश में उत्साहपूर्वक मनाई जा रही है।