हामिद खान, संवाददाता
हापुड़। धौलाना क्षेत्र के गाँव उदयरामपुर नंगला का मुख्य मार्ग पूरी तरह जर्जर हो चुका है। स्थिति इतनी खराब है कि लोग इस रास्ते से गुजरने से भी कतराते हैं। मौजूदा समय में हो रही लगातार बारिश के चलते यह मार्ग नाले में तब्दील हो गया है। हालात यह हैं कि छात्र और छोटे बच्चे आए दिन फिसलकर चोटिल हो रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि वे ग्राम प्रधान से लेकर उच्चाधिकारियों तक गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई।
करीब दस साल से बदहाल सड़क : भारतीय किसान यूनियन (बलराज) के प्रदेश उपाध्यक्ष आशीष नागर का कहना है,“करीब दस साल से यह मार्ग जर्जर हालत में है। सड़क पर इतने गहरे गड्ढे हो गए हैं कि लोग दूसरे रास्तों से आना-जाना मजबूरी में चुनते हैं। छात्रों और महिलाओं को अधिक परेशानी होती है। कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई।”
बुजुर्गों का दर्द: ‘जाके पैर न फटी बिवाई, वो क्या जाने पीर पराई’
गाँव के बुजुर्ग सुखपाल नागर कहते हैं, “हम इस रास्ते की वजह से बहुत परेशान हैं। रोज़ाना लोग चारा लाने या अन्य कामों के लिए इस रास्ते से गुजरते हैं और गड्ढों में गिरकर चोटिल हो जाते हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत हम जैसे बुजुर्गों को होती है।”
गाँव के निवासी प्रवीण नागर ने बताया कि,“जब उनके पिता प्रधान थे तब इस सड़क का निर्माण हुआ था। उसके बाद तीन प्रधान बदल गए, लेकिन किसी ने भी सड़क को दोबारा बनाने की पहल नहीं की।”
छात्रों के लिए बड़ी समस्या : छात्र दीपांशु नागर का कहना है कि स्कूल-कॉलेज जाने के लिए उन्हें इसी मार्ग से गुजरना पड़ता है। “इस रास्ते की हालत बेहद खराब है। कई बार चोट भी लग चुकी है। न सांसद अतुल गर्ग सुन रहे हैं, न विधायक धर्मेश तोमर, न जिला पंचायत अध्यक्ष रेखा नागर और न ही ग्राम प्रधान राजकुमार नागर। जब बुजुर्गों की परेशानी किसी को नहीं दिख रही, तो हमारी कौन सुनेगा।”
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द सड़क का निर्माण नहीं हुआ तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे।