आज आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि है। गुरुवार के दिन पुष्य नक्षत्र और शिव योग के साथ दिन की शुरुआत हो रही है। यह दिन विशेष रूप से पूजन-पाठ, व्रत और धार्मिक कार्यों के लिए शुभ माना गया है। शाम होते-होते योग परिवर्तन होगा और सिद्ध योग का आरंभ होगा। गुरुवार होने से बृहस्पति देव की पूजा का महत्व भी और अधिक बढ़ जाता है।
तिथि व विवरण : तिथि — कृष्ण पक्ष द्वादशी, रात 11:24 बजे तक; उसके बाद त्रयोदशी। नक्षत्र — पुष्य, सुबह 6:32 बजे तक; फिर आश्लेषा। योग— शिव योग, रात 9:37 बजे तक; उसके बाद सिद्ध योग। करण — कौलव सुबह 11:28 बजे तक, फिर तैतिल। मास/संवत् — आश्विन मास, विक्रम संवत् 2082, शक संवत् 1947। वार — गुरुवार। ऋतु — शरद।
सूर्योदय व सूर्यास्त :सूर्योदय — सुबह 6:07 बजे! सूर्यास्त — शाम 6:22 बजे।
आज का शुभ मुहूर्त : ब्रह्म मुहूर्त — 4:34 AM से 5:21 AM। अभिजित मुहूर्त — 11:50 AM से 12:39 PM। विजय मुहूर्त — 2:17 PM से 3:06 PM। गुरु-पुष्य योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग भी दिन को विशेष बनाते हैं।
आज का अशुभ काल : राहुकाल — 1:47 PM से 3:19 PM। यमगण्ड — 6:07 AM से 7:39 AM।गुलिक काल — 9:11 AM से 10:43 AM।
आज का दिन व्रत-उपवास, भगवान विष्णु और बृहस्पति देव की पूजा तथा गुरु-पुष्य योग में विशेष कार्यों की शुरुआत के लिए शुभ माना गया है।