हरिद्वार से संसद तक किसानों की पदयात्रा 17 सितंबर से शुरू

 आबिद हुसैन 

 किसानों के मुद्दों को लेकर उत्तराखंड में हुई प्रेस वार्ता में राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी अवनीत पंवार ने ऐलान किया कि 17 सितंबर 2025 से हरिद्वार से दिल्ली संसद भवन तक एक विशाल पदयात्रा निकाली जाएगी। इस यात्रा का उद्देश्य किसानों की प्रमुख समस्याओं को सरकार तक पहुँचाना है।

प्रेस वार्ता में चौधरी अवनीत पंवार ने बताया कि इस पदयात्रा में गन्ने का समर्थन मूल्य 500 रुपये प्रति क्विंटल किए जाने, स्मार्ट मीटर की अनिवार्यता को खत्म करने, किसानों की फसलों का उचित मूल्य दिलाने, किसान आयोग के गठन और हाल ही में बारिश व बाढ़ से नष्ट हुई फसलों का समय पर मुआवजा दिलाने जैसे अहम मुद्दे शामिल रहेंगे।

उन्होंने कहा कि यह यात्रा गांधीजी की पदयात्राओं और सत्याग्रह की तर्ज पर पूरी तरह शांतिपूर्ण व लोकतांत्रिक तरीके से होगी। यात्रा का शुभारंभ हरिद्वार की हर की पैड़ी से होगा और यह दिल्ली संसद भवन तक पहुँचेगी।

इस आंदोलन में लगभग 16 किसान संगठन शामिल होंगे। प्रेस वार्ता में भारतीय किसान यूनियन हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष साजिद अली, संघर्ष मोर्चा वेलफेयर के अखिलेश चौधरी, किसान नेता सोमदत्त शर्मा और मंदार श्याम सिंह समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहे। गाजियाबाद जनपद की पूरी टीम व आसपास के जिलों के प्रतिनिधियों ने भी इसमें भाग लिया।

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि किसानों की आवाज को एकजुट होकर उठाया जाएगा। इसके लिए एक नए संगठन "किसान मजदूर मंच" का गठन किया गया है, ताकि देशभर में किसानों की समस्याओं को संगठित तरीके से रखा जा सके।

नेताओं ने स्पष्ट किया कि यह आंदोलन केवल किसानों के हक की आवाज है, इसलिए इसमें किसी भी अंतरराष्ट्रीय नेता या बाहरी हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं है।

किसानों ने कहा कि चाहे देहरादून हो, अलीगढ़ हो या गाजियाबाद—हर जगह किसानों ने संघर्ष किया है, और अब गन्ने के मूल्य व स्मार्ट मीटर जैसे मुद्दों पर निर्णायक लड़ाई लड़ी जाएगी। यह यात्रा "हरिद्वार से संसद तक" नाम से जानी जाएगी और किसानों की शक्ति प्रदर्शन का प्रतीक बनेगी।

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