ब्रजघाट में उमड़ा शिवभक्तों का सैलाब, अंतिम सोमवार से पूर्व 50 हजार कांवड़ियों ने किया गंगा स्नान

 आबिद हुसैन, हापुड़  विशेष संवाददाता

हापुड़। श्रावण मास के अंतिम सोमवार  से पूर्व ब्रजघाट गंगा तट पर आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा। शनिवार तड़के से ही मुरादाबाद, अमरोहा, संभल, रामपुर और बरेली सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अनेक जिलों से आए हजारों कांवड़िए गंगा स्नान कर पवित्र जल भरते नजर आए। हर-हर महादेव और बोल बम के जयकारों से दिनभर ब्रजघाट शिवमय बना रहा।

शनिवार सुबह चार बजे से ही घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। श्रद्धालु स्नान कर पुण्य लाभ प्राप्त करते रहे और फिर गंगाजल लेकर अपने गंतव्य की ओर रवाना होते नजर आए। कंधे पर कांवड़, सिर पर भगवा साफा और मुख पर भक्ति का तेज हर दृश्य में शिवमय आस्था की झलक स्पष्ट दिख रही थी।

श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन सतर्क दिखा। गंगा घाटों पर बैरिकेडिंग, पेयजल, प्राथमिक चिकित्सा, सुरक्षा व्यवस्था और साफ-सफाई के विशेष इंतजाम किए गए। पुलिसकर्मी और प्रशासनिक अधिकारी लगातार मौके पर निगरानी बनाए हुए हैं, ताकि किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो।

शनिवार को ब्रजघाट पर 50 हजार से अधिक कांवड़ियों के पहुंचने का अनुमान है। इनमें अधिकतर कांवड़िए आसपास के जिलों से थे, जबकि कुछ जत्थे राज्य के दूरदराज क्षेत्रों से भी पहुंचे। सभी शिवभक्त जय शिव शंकर, बोल बम और हर हर महादेव के उद्घोष के साथ वातावरण को भक्तिमय बना रहे थे।

भक्तों का मानना है कि ब्रजघाट का गंगाजल अत्यंत पवित्र और कल्याणकारी होता है। यहां से जल लेकर शिवलिंग पर चढ़ाने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। कई श्रद्धालु तो हर वर्ष सावन में विशेष रूप से यहीं से जल लेने आते हैं और अपने स्थानीय शिवालयों में जलाभिषेक करते हैं।

आगामी रविवार और सोमवार को अंतिम सोमवार के मौके पर श्रद्धालुओं की भीड़ में और अधिक बढ़ोतरी की संभावना है। इसे देखते हुए प्रशासन ने हाईवे से लेकर घाट तक सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं, ताकि शिवभक्तों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

"ब्रजघाट की भूमि एक बार फिर शिवमय हुई, आस्था और विश्वास के इस संगम को देखकर लगता है मानो स्वयं देवाधिदेव शिव अपने भक्तों के स्वागत में पलकें बिछाए खड़े हों।"

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