एनएईसी व गैयाबे साझेदारी से भारत-अमेरिका परिधान व्यापार को मिलेगा नया आयाम

 प्रफुल्ल पांडेय खबर मार्निंग

नोएडा। भारत सरकार के ‘वोकल फॉर लोकल’ को ‘लोकल टू ग्लोबल’ में बदलने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम के तहत आज नोएडा में एनएईसी (नोएडा अपैरल एक्सपोर्ट क्लस्टर) एवं गैयाबे के संयुक्त तत्वावधान में "नेटवर्किंग मीट" का आयोजन किया गया। इस पहल का उद्देश्य अमेरिका में चीन पर लगाए गए टैरिफ के चलते उत्पन्न नए परिधान निर्यात अवसरों का लाभ भारतीय निर्यातकों तक पहुँचाना है।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के वस्त्र, एमएसएमई और उद्यमिता राज्य मंत्री राकेश सचान ने कहा कि यह एक निर्णायक क्षण है जब भारत, खासकर उत्तर प्रदेश, वैश्विक परिधान बाजार में अपनी पकड़ को और मजबूत कर सकता है। एनएईसी और गैयाबे की यह साझेदारी अमेरिका जैसे बड़े बाजार तक पहुंच का सेतु बनेगी। राज्य सरकार हर उस पहल को समर्थन देगी, जो हमारे युवाओं और उद्यमियों को वैश्विक मंच दे।

गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉ. महेश शर्मा ने कहा कि नोएडा पहले ही एक वैश्विक विनिर्माण हब के रूप में उभर चुका है। अब परिधान क्षेत्र के लिए यह साझेदारी रोजगार, निवेश और निर्यात के नए द्वार खोलेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का ‘स्थानीय से वैश्विक’ मिशन अब हकीकत बनता दिख रहा है।

एनएईसी अध्यक्ष ललित ठुकराल ने आंकड़ों के साथ बताया कि वर्तमान में अमेरिका चीन से 154 बिलियन डॉलर का परिधान आयात करता है, जिसमें गिरावट की आशंका है। इस गिरावट के बाद भारत के लिए 30 से 40 बिलियन डॉलर के परिधान निर्यात का सीधा अवसर बन रहा है। गैयाबे जैसे प्लेटफॉर्म के माध्यम से हम भारतीय उत्पादकों को अमेरिकी मार्केट से सीधे जोड़ने जा रहे हैं। एनएईसी और गैयाबे की यह रणनीतिक साझेदारी छोटे और मझोले निर्यातकों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा में उतरने का अवसर देगी। हम नोएडा को ‘ग्लोबल अपैरल गेटवे’ बनाने की दिशा में प्रतिबद्ध हैं।

गैयाबे के प्रतिनिधियों ने बताया कि उनका अमेरिका का मजबूत लॉजिस्टिक इंफ्रास्ट्रक्चर और डायरेक्ट प्लेटफॉर्म भारत से निर्यातकों के लिए डिलीवरी समय को आधा करेगा और ब्रांड विजिबिलिटी को दोगुना। गैयाबे की योजना है कि जुलाई 2025 से भारत के 10 शहरों में एक्सपोर्ट हब स्थापित किए जाएं।

कार्यक्रम में प्रमुख परिधान निर्यातकों, MSME उद्यमियों, स्टार्टअप प्रतिनिधियों, टेक्सटाइल संगठनों और विभिन्न राज्यों के सरकारी अधिकारियों ने भाग लिया। इस दौरान एनएईसी और गैयाबे के बीच औपचारिक एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए, जो भारत से अमेरिका को परिधान निर्यात बढ़ाने की दिशा में नींव का पत्थर होगा।

यह आयोजन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के ‘मेक इन इंडिया’ और ‘एक जिला एक उत्पाद’ (ODOP) जैसे अभियानों को गति देने वाला एक महत्वपूर्ण प्रयास है, जिससे भारत वैश्विक सप्लाई चेन का भरोसेमंद केंद्र बन सकेगा।

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