आज, 04 जुलाई 2025 (शुक्रवार) का पंचांग निम्नानुसार है: तिथि: आषाढ़ शुक्ल नवमी – शाम 04:31–04:32 बजे तक रहेगी, फिर दशमी प्रारंभ । वार : शुक्रवार (विक्रम संवत् 2082, शक संवत् 1947) नक्षत्र: पूर्व में चित्रा (04:50 बजे तक), उसके बाद स्वाति। योग: दिनचर्या में रवि योग बना हुआ है; शाम 07:35–07:36 बजे के बाद सिद्ध योग शुरू। करण: कौलव – 04:32 बजे तक, फिर तैतिल – 05:46 बजे तक रहेगा।
अशुभ काल :
राहुकाल : सुबह 10:30–10:51 बजे शुरू, दोपहर 12:00–12:31 बजे तक रहेगा।
गुलिक : सुबह 07:12–09:10 बजे तक है।
यमगण्ड : दोपहर 03:52–05:32 बजे तक ।
दुर्मुहूर्त : सुबह 08:30–09:24 बजे, फिर दोपहर 12:58–01:51 बजे तक।
वर्ज्य : रात 11:08 बजे–12:56 बजे (अगले दिन)
आज का शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त : सुबह 04:07–04:48 बजे तक।
अमृत काल : लगभग 09:37–11:26 बजे ।
अभिजीत मुहूर्त : दोपहर 11:58/12:04–12:53/12:59 बजे तक ।
विजय मुहूर्त : दोपहर 02:45–03:40 बजे तक।
गोधूलि मुहूर्त : शाम 07:22/07:23–07:42/08:24 बजे ।
सूर्योदय: लगभग 05:28–05:50 बजे
सूर्यास्त: लगभग 07:12–07:23 बजे
चंद्र अस्त : लगभग 04:11 बजे (मध्यरात्रि के बाद)
आज का विशेष : आज गुप्त नवरात्रि का अंतिम दिन (नवमि) है; देवी सिद्धिदात्री की पूजा का शुभ समय। शिव योग और कुछ स्थानों पर मालव्य राजयोग, जो बेहद शुभ माने जाते हैं ।
सुझाव : इन शुभ मुहूर्तों (ब्राह्म, अभिजीत, अमृत, विजय) के बीच कोई महत्वपूर्ण कार्य (जैसे पूजा, नया कार्य, यात्रा) आरंभ करना शुभ रहेगा। राहु/गुलिक/यमगण्ड/दुर्मुहूर्त/वर्ज्य में नए कार्य/यात्रा/मांगलिक कार्य टालें। यदि आप पूजा कर रहे हैं, तो सुबह 04:07–04:48 या दोपहर 12:04–12:53 बजे का अभिजीत मुहूर्त श्रेष्ठ रहेगा।
इस प्रकार आज का पंचांग आपके दैनिक कार्य, पूजा, यात्रा और अन्य शुभ-अशुभ कार्यों के लिए मार्गदर्शक सिद्ध होगा। शुभ दिन हो!