सूटकेस मिली महिला की लाश का पुलिस ने शुक्रवार को किया खुलासा
पवन पाराशर
हापुड़। थाना पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र के सिखेड़ा रजवाहे के पास झाड़ियां में मिले एक महिला की लाश के मामले का पुलिस ने शुक्रवार को खुलासा कर दिया। पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए हत्यारोपी सत्येंद्र यादव पुत्र जागरूप निवासी गांव रहूटाखेर थाना कर्वी जिला चित्रकूट, हाल निवासी विनोद नगर नियर प्रताप लाइब्रेरी वेस्ट दिल्ली को गिरफ्तार किया है जिसके कब्जे से पुलिस ने मृतक का का एक चेक, केवाईसी फॉर्म, आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक पासबुक समेत दो मोबाइल फोन, वारदात में इस्तेमाल महिंद्रा टीयूवी गाड़ी बरामद की है। पुलिस ने आरोपी को गुरुवार को सिखेड़ा बम्बे की पुलिया के पास से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है।
अवगत करा दें कि जनपद हापुड़ के थाना पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र के सिखेड़ा रजवाहे के पास झाड़ियों में कुछ दिन पहले एक सूटकेस में महिला का शव मिला था जिसके बाद ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस तथा फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। क्योंकि यह ब्लाइंड मर्डर केस था तो ऐसे में पुलिस को मृतका की पहचान करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। कई सीसीटीवी फुटेज खंगालने पड़े। इसी बीच पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि गला दबाकर महिला की हत्या की गई है। पुलिस ने महिला की पहचान निलेश पुत्री अहिवरण निवासी त्रिलोकी पुरम दिल्ली के रूप में की और वारदात के खुलासे में जुट गई।
पुलिस अधीक्षक कुंवर ज्ञानंज्य सिंह ने शुक्रवार को पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा करने के लिए पिलखुवा पुलिस तथा जनपदीय स्वाट टीम ने संयुक्त कार्रवाई की और मामले का पर्दाफाश करने में जुट गई। संयुक्त टीम ने सत्येंद्र यादव को गिरफ्तार कर लिया जिसने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वह और मृतका दोनों आपस में प्यार करते थे। इसी बीच निलेश की तबीयत बिगड़ गई जिसके बाद वह उसके अस्पताल भी गया और वहां पर उसके पिता और भाइयों से मुलाकात भी हुई। निलेश ने अपने परिजनों से सत्येंद्र को दोस्त बताकर कराया।
वह पिछले वर्ष अक्टूबर के महीने में कंपनी के काम से पटियाला चला गया जहां वह करीब पांच महीने रहा। जब वह रात्रि में निलेश को फोन पर कॉल करता तो अक्सर उसका नंबर बिजी आता जिससे उसे संदेह हुआ कि नीलेश के किसी अन्य से संबंध है। इसी बीच दोनों के बीच मन मुटाव चलने लगा और वह पटियाला से दिल्ली आ गया। हत्यारोपी सत्येंद्र ने बताया कि जब वह निलेश से मिला तो उसने अपना फोन दिखाने से मना कर दिया और फोन में लॉक लगा दिया। उसने निलेश से 5.25 लाख भी उधार लिए हुए थे। 28 मई को नीलेश उससे मिलने के लिए जब कमरे पर पहुंची तो उसने उधार दिए हुए रुपयों में से दो लाख रुपए वापस मांगे।
सतेंद्र ने बताया कि उसने रुपए वापस देने के लिए कुछ समय मांगा तो निलेश ने तुरंत ही पैसे लौटाने का दबाव बनाया। गुस्से में आकर सत्येंद्र ने निलेश की चुन्नी से गला घोट कर हत्या कर दी और शव को ठिकाने लगाने के लिए उसने रात का इंतजार किया। रात के अंधेरे में किसी को शक ना हो ऐसे में वह नीलेश का शव सूटकेस में रखकर अपनी महिंद्रा टीयूवी कार से पिलखुवा के सिखेड़ा बम्बे के पास फेंक कर फरार हो गया। रास्ते में गाजीपुर के पास गंदे नाले में उसने नीलेश का फोन तोड़कर फेंक दिया था। टोल टैक्स से बचने के लिए उसने रजवाहे की पटरी से होकर जाने का रास्ता चुना लेकिन पुलिस और जनपद की स्वाट टीम कि संयुक्त कार्रवाई के दौरान आरोपी को पकड़ लिया जिसे पुलिस ने जेल भेज दिया है। इस ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा करने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।