नई दिल्ली। देश को विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य की ओर एक और महत्वपूर्ण कदम बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में नीति आयोग की 10वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक की अध्यक्षता की। इस महत्वपूर्ण बैठक का केंद्रीय विषय था विकसित राज्य से विकसित भारत @2047', जिसमें देशभर के राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भाग लिया।
बैठक के दौरान एक महत्वपूर्ण पहल उस समय देखने को मिली जब प्रधानमंत्री मोदी ने चाय ब्रेक के दौरान विपक्षी दलों के मुख्यमंत्रियों से अलग-अलग मुलाकात कर संवाद किया। यह पहल न केवल केंद्र और राज्यों के बीच संवाद की भावना को बल देती है, बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों की स्थिरता और परस्पर सहयोग की नीति को भी दर्शाती है।
नीति आयोग की इस बैठक में राज्य आधारित विकास रणनीतियों, सतत आर्थिक प्रगति, और सामाजिक समावेशन जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर कहा, 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का सपना तभी साकार होगा जब राज्य स्वयं को विकसित बनाने के लक्ष्य के साथ कार्य करेंगे। नीति आयोग इसी दिशा में राज्यों को मार्गदर्शन और साझेदारी का मंच प्रदान करता है।
चाय ब्रेक के दौरान हुई बैठकें विशेष ध्यान का केंद्र रहीं, क्योंकि इन बैठकों में तमाम राजनीतिक मतभेदों के बावजूद साझा हितों पर विचार विमर्श हुआ। सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्रियों से उनके राज्यों की आवश्यकताओं, योजनाओं की प्रगति, और सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा की।
इस पहल को राजनीतिक हलकों में सकारात्मक संकेत के रूप में देखा जा रहा है, जो आगामी समय में केंद्र और विपक्षी राज्यों के बीच बेहतर समन्वय और संवाद की संभावनाओं को जन्म दे सकता है।
नीति आयोग की यह बैठक देश के संघीय ढांचे को मजबूती देने, राज्यों की भूमिका को निर्णायक बनाने और 'सबका साथ, सबका विकास' के संकल्प को साकार करने की दिशा में एक मजबूत कदम साबित हो रही है।