दिन की शुरुआत आस्था और ज्योतिषीय संकेतों के साथ
पौष मास की शुक्ल अष्टमी तिथि के साथ आज का दिन धार्मिक, ज्योतिषीय और दैनिक जीवन की दृष्टि से विशेष महत्व रखता है। सूर्य उत्तरायण रहते हुए शिशिर ऋतु का प्रभाव बना हुआ है। नक्षत्र, योग, करण और ग्रहों की स्थिति आज के शुभ-अशुभ कार्यों के लिए दिशा निर्धारित करती है। प्रस्तुत है 28 दिसंबर 2025 का संपूर्ण पंचांग, जो पाठकों को दिनभर के मुहूर्त और काल की सटीक जानकारी प्रदान करेगा।
आज का पंचांग (28 दिसंबर 2025, रविवार)
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राष्ट्रीय मिति: पौष 07
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शक संवत: 1947
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विक्रम संवत: 2082
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मास / पक्ष / तिथि: पौष मास, शुक्ल पक्ष, अष्टमी
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सौर मास: पौष (प्रविष्टे 14)
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हिजरी तारीख: 07 रज्जब 1447
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अंग्रेजी तारीख: 28 दिसंबर 2025 ई.
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वार: रविवार
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ऋतु: शिशिर
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सूर्य की स्थिति: उत्तरायण, दक्षिण गोल
तिथि एवं नक्षत्र
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अष्टमी तिथि: दोपहर 12 बजकर 10 मिनट तक
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नवमी तिथि का आरंभ: दोपहर 12 बजकर 10 मिनट के बाद
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नक्षत्र:
- उत्तरा भाद्रपद – प्रातः 08:43 बजे तक
- इसके बाद रेवती नक्षत्र का आरंभ
योग एवं करण
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योग:
- वरीयान – प्रातः 10:13 बजे तक
- इसके बाद परिधि योग
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करण:
- वब – मध्याह्न 12:10 बजे तक
- इसके बाद कौलव करण
ग्रह स्थिति
- चंद्रमा: दिन-रात मीन राशि में संचार
सूर्योदय एवं सूर्यास्त
- सूर्योदय: सुबह 7 बजकर 12 मिनट
- सूर्यास्त: शाम 5 बजकर 32 मिनट
आज के शुभ मुहूर्त
- ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 5:23 से 6:18 बजे तक
- विजय मुहूर्त: दोपहर 2:06 से 2:47 बजे तक
- निशीथ काल: रात 11:56 से 12:50 बजे तक
- गोधूलि बेला: शाम 5:30 से 5:58 बजे तक
- अमृत काल: सुबह 9:47 से 11:05 बजे तक
आज के अशुभ मुहूर्त
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राहुकाल: शाम 4:30 से 6:00 बजे तक
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गुलिक काल: दोपहर 3:30 से 4:30 बजे तक
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यमगंड: दोपहर 12:00 से 1:30 बजे तक
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दुर्मुहूर्त: शाम 4:10 से 4:51 बजे तक
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पंचक: पूरे दिन प्रभावी
नोट: शुभ कार्यों के लिए ब्रह्म, विजय और अमृत काल का विशेष महत्व माना जाता है, वहीं राहुकाल, यमगंड और गुलिक काल में नए या महत्वपूर्ण कार्यों से परहेज करना शास्त्रसम्मत माना गया है।
