आज रविवार, 21 दिसंबर 2025 का दिन पौष मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के साथ आरंभ हो रहा है। पंचांग के अनुसार यह दिन सूर्य देव की उपासना के लिए विशेष रूप से शुभ माना गया है। रविवार और पौष शुक्ल द्वितीया के संयोग से आज का दिन धार्मिक अनुष्ठानों, व्रत-पूजन, दान-पुण्य और नए कार्यों की शुरुआत के लिए उत्तम फलदायी कहा गया है। चंद्रमा का धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश तथा पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र का प्रभाव विजय, आत्मविश्वास और सकारात्मक ऊर्जा का संकेत देता है।
आज का पंचांग (21 दिसंबर 2025, रविवार)
तिथि: पौष शुक्ल पक्ष प्रतिपदा – प्रातः 08:21 बजे तक
उपरांत – द्वितीया तिथि
संवत: श्री शुभ संवत 2082
शक संवत: 1947
हिजरी सन: 1446–47
सूर्योदय: प्रातः 06:31 बजे
सूर्यास्त: सायं 05:03 बजे
सूर्योदय कालीन विवरण
- नक्षत्र: पूर्वाषाढ़ा, उपरांत उत्तराषाढ़ा
- योग: वृद्धि
- करण: वणिज
- चंद्र राशि: धनु से मकर में प्रवेश
चौघड़िया (रविवार)
- प्रातः 06:00 से 07:30 – उद्वेग
- प्रातः 07:30 से 09:00 – चर
- प्रातः 09:00 से 10:30 – लाभ
- प्रातः 10:30 से 12:00 – अमृत
- दोपहर 12:00 से 01:30 – काल
- दोपहर 01:30 से 03:00 – शुभ
- दोपहर 03:00 से 04:30 – रोग
- शाम 04:30 से 06:00 – उद्वेग
अशुभ काल
- राहू काल: सायं 04:30 बजे से 06:00 बजे तक
- यम गण्ड: दोपहर 12:24 बजे से 01:44 बजे तक
- कुलिक: अपराह्न 03:03 बजे से 04:22 बजे तक
- दुर्मुहूर्त: सायं 04:17 बजे से 04:59 बजे तक
- वर्ज्यम्: प्रातः 11:51 बजे से दोपहर 01:36 बजे तक
शुभ काल
- ब्रह्म मुहूर्त: प्रातः 05:32 से 06:20 बजे तक
- अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:03 से 12:46 बजे तक
- अमृत काल: रात्रि 10:20 बजे से 12:05 बजे तक
दिशा शूल
- नैऋत्य एवं पश्चिम
धार्मिक मान्यता: रविवार को पौष मास की शुक्ल द्वितीया का संयोग सूर्य देव की कृपा प्राप्ति के लिए विशेष माना जाता है। इस दिन सूर्य अर्घ्य, आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ, तांबे के पात्र में जलदान तथा गुड़-गेहूं का दान करने से स्वास्थ्य, यश और आत्मबल में वृद्धि होती है।
