नोएडा की चमचमाती इमारतों, विदेशी ब्रांड्स की चकाचौंध और लग्ज़री लाइफस्टाइल के पीछे एक खामोश कहानी भी चल रही है। ऊँची उड़ान भरते सपनों और विदेशों में किए गए निवेशों की चमक अब आयकर विभाग की नज़र में आ गई है। इसी कड़ी में जिले के करीब 1800 ऐसे ‘रईस’ करदाताओं को आयकर विभाग ने नोटिस भेजा है, जिनकी विदेशी आमदनी और संपत्तियों का हिसाब उनके आयकर रिटर्न में साफ़ नहीं झलक रहा था।
आयकर विभाग की जांच में सामने आया है कि नोएडा जिले में बड़ी संख्या में करदाताओं ने विदेशी इंश्योरेंस फंड सेक्टर, म्यूचुअल फंड के पेंशन प्लान और विदेशी कंपनियों के शेयरों में निवेश किया है। इनमें से कई निवेशकों ने म्यूचुअल फंड और शेयरों से होने वाली आय को अपने आयकर रिटर्न में शामिल नहीं किया या फिर विदेशी खातों और परिसंपत्तियों की जानकारी अधूरी दी।
विभागीय अधिकारियों के अनुसार, ऐसे करदाताओं को संशोधित (Revised) या अपडेटेड रिटर्न दाखिल करने का अवसर दिया गया है। आशंका जताई जा रही है कि इसके लिए 31 दिसंबर तक की मोहलत दी जा सकती है। वर्ष 2025-26 के लिए जिन लोगों ने पहले ही रिटर्न दाखिल कर दिया है, लेकिन विदेशी आय या परिसंपत्तियों का विवरण नहीं दिया है, वे तय समयसीमा के भीतर संशोधित या अपडेटेड रिटर्न दाखिल कर सकते हैं।
आयकर विभाग ने नोटिस में साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि यदि निर्धारित तिथि तक सही और पूर्ण जानकारी नहीं दी गई तो संबंधित करदाताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसमें अतिरिक्त कर, जुर्माना और कानूनी प्रक्रिया भी शामिल हो सकती है।
अधिकारियों का कहना है कि विदेशी निवेश और आय पर पारदर्शिता सुनिश्चित करना अनिवार्य है। विभाग का यह कदम उन लोगों के लिए साफ संदेश है कि ग्लोबल निवेश के दौर में भी कर नियमों से छूट नहीं है। नोएडा के ये 1800 ‘रईस’ अब अपनी विदेशी कमाई का पूरा हिसाब देने की दहलीज़ पर खड़े हैं, जहां रोमांस और रईसी से आगे कानून की सख्त नज़र उनका इंतज़ार कर रही है।
