आज मंगलवार, 23 दिसंबर 2025 को पौष माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि है। तृतीया तिथि प्रातः 10 बजकर 33 मिनट तक रहेगी, इसके उपरांत चतुर्थी तिथि का आरंभ होगा। मंगलवार के दिन चतुर्थी पड़ने के कारण आज अंगारकी चतुर्थी का विशेष पुण्य संयोग बन रहा है, जिसे भगवान गणेश की आराधना के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
आज सूर्य उत्तरायण में, दक्षिण गोल में स्थित है और शिशिर ऋतु का प्रभाव बना हुआ है। धार्मिक, मांगलिक कार्यों के साथ-साथ व्रत, पूजन और खरीदारी के लिए दिन में कई शुभ मुहूर्त प्राप्त हो रहे हैं, वहीं कुछ समय अशुभ भी माना गया है, जिनमें सावधानी बरतना आवश्यक है।
तिथि एवं संवत विवरण
- दिन: मंगलवार
- तिथि: पौष शुक्ल पक्ष तृतीया (प्रातः 10:33 बजे तक), उपरांत चतुर्थी
- विक्रम संवत: श्री शुभ संवत 2082
- शक संवत: 1947
- हिजरी सन: 1446-47
सूर्योदय एवं सूर्यास्त
- सूर्योदय: सुबह 7 बजकर 10 मिनट
- सूर्यास्त: शाम 5 बजकर 29 मिनट
नक्षत्र, योग एवं करण
- सूर्योदय कालीन नक्षत्र: श्रवण, उपरांत धनिष्ठा
- योग: व्याघात
- करण: वणिज
आज के शुभ मुहूर्त
- ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 5:21 से 6:16 बजे तक
- विजय मुहूर्त: दोपहर 2:04 से 2:45 बजे तक
- निशीथ काल: रात्रि 11:53 से 12:48 बजे तक
- गोधूलि बेला: शाम 5:27 से 5:55 बजे तक
आज के अशुभ मुहूर्त
- राहुकाल: अपराह्न 3:00 से 4:30 बजे तक
- गुलिक काल: दोपहर 12:00 से 1:30 बजे तक
- यमगंड: सुबह 9:00 से 10:30 बजे तक
- दुर्मुहूर्त: सुबह 9:15 से 9:56 बजे तक
अमृत काल
- अमृत काल: दोपहर 12:20 से 1:37 बजे तक
चौघड़िया मुहूर्त (मंगलवार)
प्रातः काल
- 06:00 से 07:30 – रोग
- 07:30 से 09:00 – उद्वेग
- 09:00 से 10:30 – चर
- 10:30 से 12:00 – लाभ
दोपहर काल
- 12:00 से 01:30 – अमृत
- 01:30 से 03:00 – काल
सायंकाल
- 03:00 से 04:30 – शुभ
- 04:30 से 06:00 – रोग
खरीदारी के लिए शुभ समय
- दोपहर 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल
- पूर्व एवं आग्नेय दिशा
विशेष सूचना:
आज अंगारकी चतुर्थी होने के कारण गणेश पूजन, व्रत, दान और जप का विशेष महत्व है। श्रद्धालु शुभ मुहूर्त में भगवान श्रीगणेश की पूजा कर मनोकामनाओं की पूर्ति का लाभ उठा सकते हैं।
