आज मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि के साथ आज का दिन कई दृष्टियों से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। शनिवार के दिन बन रहे शुभ योग, रवि योग की उपस्थिति और दिन भर चलने वाला पंचक, शुभ-अशुभ कार्यों के समय को विशेष रूप से प्रभावित करेंगे। धार्मिक मान्यता के अनुसार, शुभ मुहूर्त में किए गए कार्यों की सफलता की संभावनाएं बढ़ जाती हैं, वहीं अशुभ काल से बचकर चलना आवश्यक होता है। आइए जानते हैं आज के दिन का पूरा पंचांग तिथि, नक्षत्र, योग, करण से लेकर शुभ-अशुभ मुहूर्त तक।
तिथि, नक्षत्र, योग और करण
- शुक्ल नवमी: रात 11:15 बजे तक
- इसके बाद शुक्ल दशमी का आरंभ
- नक्षत्र: पूर्व भाद्रपद 30 नवंबर सुबह 2:22 बजे तक, इसके बाद उत्तर भाद्रपद
- योग: हर्षण सुबह 9:27 बजे तक
- करण:
- बालव — सुबह 11:50 बजे तक
- कौलव — रात 11:15 बजे तक
- विशेष: आज पूरे दिन पंचक रहेगा
- रवि योग: पूरे दिन, सभी कार्यों के लिए शुभ माना गया है
सूर्योदय–सूर्यास्त और चंद्रोदय–चंद्रास्त
- सूर्योदय: सुबह 6:55 बजे
- सूर्यास्त: शाम 5:24 बजे
- चंद्रोदय: दोपहर 1:18 बजे
- चंद्रास्त: 30 नवंबर सुबह 1:32 बजे
- दिन की अवधि: 10 घंटे 29 मिनट
- रात की अवधि: 13 घंटे 31 मिनट 46 सेकंड
- मध्याह्न: दोपहर 12:09 बजे
राशि, नक्षत्र और संवत्सर
- चंद्र राशि: शाम 8:33 बजे तक कुंभ, उसके बाद मीन
- सूर्य राशि: वृश्चिक
- विक्रम संवत: 2082
- शक संवत: 1947
- गुजराती संवत: 2082 (पिंगल)
- चंद्र मास: मार्गशीर्ष
- बृहस्पति संवत्सर: कालयुक्त, 25 अप्रैल 2025 तक
29 नवंबर के प्रमुख शुभ मुहूर्त
- ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 5:07 – 6:01
- प्रातः संध्या: 5:34 – 6:55
- अभिजित मुहूर्त: 11:48 – 12:30
- विजय मुहूर्त: 1:54 – 2:36
- गोधूलि मुहूर्त: 5:21 – 5:48
- सायाह्न संध्या: 5:24 – 6:45
- अमृत काल: 6:31 – 8:05
- निशिता मुहूर्त: रात 11:43 – 12:37 (30 नवंबर)
- रवि योग: पूरे दिन (अत्यंत शुभ)
29 नवंबर का अशुभ समय
- राहुकाल: सुबह 9:32 – 10:51
- यमगण्ड: दोपहर 1:28 – 2:47
- गुलिक काल: सुबह 6:55 – 8:14
- विडाल योग: सुबह 6:55 – 30 नवंबर 2:22 तक
- वर्ज्य: सुबह 9:06 – 10:40
- दुर्मुहूर्त:
- 6:55 – 7:37
- 7:37 – 8:19
- बाण: रज — सुबह 10:30 से पूरी रात
- दिशा शूल: पूर्व दिशा में – यात्रा वर्जित
- नक्षत्र शूल: दक्षिण दिशा में (30 नवंबर 2:22 तक)
अन्य विवरण
- अग्निवास: रात 11:15 तक आकाश, फिर पाताल
- चंद्र वास: शाम 8:33 तक पश्चिम, फिर उत्तर
- राहु वास: पूर्व
- शिव वास: रात 11:15 तक गौरी संग, फिर सभा
- ऋतु: हेमंत (द्रिक एवं वैदिक)
- अयन: दक्षिणायन । इस प्रकार 29 नवंबर 2025 का पंचांग कई शुभ योगों के साथ महत्वपूर्ण माना गया है। हालांकि पंचक पूरे दिन रहेगा, इसलिए विशेष कार्य करते समय सावधानी आवश्यक है। शुभ मुहूर्तों का पालन कर आज के दिन को सकारात्मक और सफल बनाया जा सकता है।
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