मोदी से लेकर योगी तक, 40 स्टार प्रचारक मैदान में; भोजपुरी सितारों को भी दी गई अहम जिम्मेदारी
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपने 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है। इस सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जैसे दिग्गज नेताओं के साथ-साथ भोजपुरी कलाकारों को भी अहम भूमिका दी गई है।
बीजेपी की यह सूची न केवल पार्टी की चुनावी रणनीति को स्पष्ट करती है, बल्कि यह भी बताती है कि पार्टी बिहार में हर वर्ग, हर क्षेत्र और हर समुदाय को साधने की तैयारी में जुट गई है।
मोदी-शाह की जोड़ी होगी प्रचार का केंद्र : बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने तय किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य के हर प्रमुख क्षेत्र में कम से कम एक बड़ी जनसभा करेंगे। वहीं, अमित शाह की सभाएँ रणनीतिक रूप से उन इलाकों में होंगी, जहाँ पार्टी को अतिरिक्त मजबूती की आवश्यकता है। जेपी नड्डा और राजनाथ सिंह भी अपने-अपने दौरों से संगठन को गति देंगे।
सूत्रों के अनुसार, अमित शाह के भाषणों में राष्ट्रीय सुरक्षा, विकास और पिछड़ों की भागीदारी मुख्य मुद्दे होंगे, जबकि प्रधानमंत्री मोदी अपने संबोधनों में “विकसित बिहार – विकसित भारत” का नारा गूंजाएंगे।
स्थानीय और क्षेत्रीय चेहरों का संतुलन : बीजेपी ने सूची में बिहार के वरिष्ठ नेताओं को भी प्रमुखता दी है। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा को अपने-अपने क्षेत्रों की कमान दी गई है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह, अश्विनी कुमार चौबे, रविशंकर प्रसाद, राजीव प्रताप रूडी और नंद किशोर यादव को उनके प्रभाव क्षेत्रों में रैलियों का दायित्व सौंपा गया है।
पार्टी ने संगठनात्मक मजबूती के लिए प्रदेश अध्यक्ष दिलीप कुमार जायसवाल, संगठन मंत्री अजय कुमार, और युवा मोर्चा प्रभारी शंकर झा को भी प्रमुख भूमिका दी है।
भोजपुरी सितारों का जलवा भी बरकरार : पार्टी ने इस बार भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के लोकप्रिय चेहरों को भी मैदान में उतारा है।
मनोज तिवारी, रवि किशन, दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ और पवन सिंह को उन इलाकों में रैलियाँ और रोड शो करने की जिम्मेदारी दी गई है जहाँ भोजपुरी संस्कृति का गहरा प्रभाव है जैसे भोजपुर, सिवान, छपरा और गोपालगंज। इन कलाकारों का उद्देश्य जनता से भावनात्मक जुड़ाव बनाना और युवा वर्ग में उत्साह पैदा करना है।
महिलाओं को साधने की रणनीति : महिला वोटरों को आकर्षित करने के लिए बीजेपी ने महिला नेताओं को भी स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल किया है।
रेखा गुप्ता, साध्वी निरंजन ज्योति, और अनीता भगत राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित करेंगी। इन कार्यक्रमों में उज्ज्वला योजना, महिला सुरक्षा और स्वावलंबन को मुख्य विषय बनाया जाएगा।
संभावित प्रचार क्षेत्र और कार्यक्रम :
अक्टूबर मध्य से प्रचार अभियान की शुरुआत। Pm मोदी की 12–15 सभाएँ, राज्य के अलग-अलग जिलों में। अमित शाह की 10 बड़ी सभाएँ सीमांचल से लेकर चंपारण तक।
योगी आदित्यनाथ की सभाएँ सीमांचल और उत्तर बिहार के जिलों में।
भोजपुरी सितारों के शो – शाम के समय रोड शो और जनसंपर्क कार्यक्रम।
राजनीतिक विश्लेषण : बीजेपी की यह स्टार प्रचारक सूची यह संदेश देने की कोशिश करती है कि पार्टी इस चुनाव में कोई कोना खाली नहीं छोड़ना चाहती।
राष्ट्रीय चेहरों की मौजूदगी विकास, हिंदुत्व और राष्ट्रवाद के एजेंडे को मजबूत करेगी, जबकि भोजपुरी कलाकारों की भागीदारी से जनभावनाओं पर असर पड़ेगा। स्थानीय नेताओं को शामिल करने से संगठनात्मक संतुलन भी बना रहेगा।
हालाँकि, पार्टी के कुछ पुराने चेहरों जैसे शाहनवाज़ हुसैन का नाम सूची से गायब रहना राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है। इसे संगठनात्मक पुनर्संतुलन का हिस्सा माना जा रहा है।
बीजेपी ने इस सूची के ज़रिए स्पष्ट कर दिया है कि बिहार चुनाव उसके लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न है। राष्ट्रीय नेतृत्व की पूरी ताकत, क्षेत्रीय नेताओं का अनुभव और भोजपुरी सितारों की लोकप्रियता इन तीनों के सहारे पार्टी राज्य में “अबकी बार, फिर से कमल सरकार” का नारा बुलंद करने जा रही है।