भारतीय संस्कृति में पंचांग का अध्ययन केवल तिथियों और नक्षत्रों की गणना नहीं है, बल्कि यह जीवन की गति को दिशा देने वाला अद्भुत मार्गदर्शन भी है। प्रत्येक दिन पंचांग हमें शुभ-अशुभ घड़ी, योग और मुहूर्त की जानकारी देकर धार्मिक, सामाजिक और व्यक्तिगत कार्यों के लिए उचित समय निर्धारित करने में सहायक बनता है। आज बुधवार, 24 सितंबर 2025 को शारदीय नवरात्र का तीसरा दिन है और इस दिन माता चंद्रघंटा की उपासना का विशेष महत्व है। आइए जानते हैं आज का पूरा पंचांग :-
पंचांग विवरण
तिथि : आश्विन शुक्ल पक्ष तृतीया
वार : बुधवार
मास / ऋतु : आश्विन मास, शरद ऋतु
संवत्सर : विक्रम संवत 2082, शक संवत 1947
आयन : दक्षिणायन
पक्ष : शुक्ल पक्ष
सूर्योदय और सूर्यास्त
सूर्योदयः सुबह 6 बजकर 12 मिनट पर.
सूर्यास्तः शाम 6 बजकर 11 मिनट पर.
चंद्र उदय : प्रातः 7:47 बजे
चंद्रास्त : सायं 7:40 बजे
नक्षत्र, योग और करण
नक्षत्र : दिन में हस्त नक्षत्र, संध्या के बाद स्वाति नक्षत्र
योग : इन्द्र योग, इसके पश्चात वैधृति योग
करण : तैतिल करण प्रचलित
शुभ-अशुभ मुहूर्त
राहुकाल : दोपहर 12:13 से 1:43 बजे तक
गुलिक काल : प्रातः 10:42 से 12:13 बजे तक
यमघण्ट काल : प्रातः 7:41 से 9:11 बजे तक
दुर्भ मुहूर्त : प्रातः 11:49 से 12:37 बजे तक
अमृत काल : दोपहर 1:41 से 3:27 बजे तक
भद्रा: नहीं हैं.
पंचक: नहीं है.
आज का दिशा शूल : बुधवार को उत्तर दिशा में दिशा शूल रहता है इसमें यात्रा वर्जित रहती है यदि यात्रा करना आवश्यक हो तो यात्रा प्रारम्भ करने से पहले पांच कदम उल्टे विपरीत दिशा में चले, इसके उपरान्त ही यात्रा प्रारम्भ करें।
आज शारदीय नवरात्र का तीसरा दिन है। इस दिन माँ चंद्रघंटा की पूजा करने से साधक को अद्भुत शांति, साहस और विजय की प्राप्ति होती है। इस तिथि पर देवी के उपासकों को कलह, भय और विघ्नों से मुक्ति का आशीर्वाद प्राप्त होता है। धार्मिक आस्था और अध्यात्म की दृष्टि से यह दिन विशेष रूप से फलदायी माना गया है।