भारतीय सनातन संस्कृति में पंचांग का अत्यंत महत्व है। पंचांग न केवल तिथि, वार, नक्षत्र और योग की जानकारी देता है, बल्कि यह हमारे दैनिक कार्यों के शुभ-अशुभ समय का भी मार्गदर्शन करता है। शारदीय नवरात्रि से पूर्व के इन दिनों में धार्मिक महत्व और भी बढ़ जाता है। आइए जानते हैं आज के दिन का विस्तृत पंचांग—
आज 20 सितंबर 2025 शनिवार को आश्विन कृष्ण पक्ष चतुर्दशी रात -11:47 उपरांत अमावस्या। श्री शुभ संवत-2082,शाके-1947,हिजरी सन-1446-47
सूर्योदय 05:37
सूर्यास्त-05:48
सूर्योदय कालीन नक्षत्र- मघा उपरांत पुर्वा फाल्गुन ,
योग – साध्य ,करण -श ,
सूर्योदय कालीन ग्रह विचार -सूर्य- कन्या , चंद्रमा- सिंह , मंगल-तुला , बुध- कन्या , गुरु-मिथुन ,शुक्र-
सिंह ,शनि-कुम्भ ,राहु-कुम्भ , केतु-सिंह
आज का मुहूर्त
प्रात: 06:00 से 07:30 तक काल
प्रातः 07:30 से 09:00 तक शुभ
प्रातः 09:00 से 10:30 बजे तक रोग
प्रातः10:30 बजे से 12:00 बजे तक उद्वेग
दोपहरः 12:00 से 01:30 बजे तक चर
दोपहरः 01:30 से 03:00 बजे तक लाभ
दोपहरः 03:00 से 04:30 बजे तक अमृत
शामः 04:30 से 06:00 तक काल
उपायः हनुमान चालीसा का पाठ करें और गुड़ आदि का दान करें।
आराधनाः ॐ सौम्यरुपाय विद्महे वाणेशाय धीमहि तन्नौ सौम्यः प्रचोदयात् ।।
खरीदारी के लिए शुभ समयः
दोपहरः 03:00 से 04:30 बजे तक
राहु काल: प्रात: 9:00 से 10:30 तक
दिशाशूल-नैऋत्य एवं पूर्व दिशा
आज का दिन धार्मिक दृष्टि से विशेष माना गया है। जो भी भक्त श्रद्धा-भक्ति से भगवान शिव का पूजन करेंगे, उन्हें पापों से मुक्ति और मनोकामनाओं की सिद्धि प्राप्त होगी। शनि प्रदोष व्रत का पालन करने से जीवन की कठिनाइयाँ दूर होकर सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
