अधिकारी लोगों को आश्वासन की घुट्टी पिलाकर कर देते हैं अपने आफिस से विदा
पवन पाराशर/शमशाद सैफी
हापुड़। पहले नाले ने मजीदपुरा निवासियों का दीवाला निकाला था, उसका निर्माण पूरा हुआ तो अब मोहल्ले का मुख्य मार्ग उनकी जान का दुश्मन बन गया है। यहां पर आए दिन ई-रिक्शा व अन्य वाहन सड़क ज्यादा टूटी-फूटी होने के कारण पलट रहे हैं। उन वाहनों में सवार लोग घायल हो रहे हैं ऐसा नहीं है कि मोहल्ले के लोगों ने इस सड़क के बारे में संबन्धित अधिकारियों अवगत नहीं कराया मगर उनके द्वारा सिर्फ और सिर्फ आश्वासन की घुट्टी पिलाई जा रही है। यहां तक कि नगर पालिका की बोर्ड की बैठक में भी इस सड़क का प्रस्ताव अभी तक किसी के द्वारा रखा नहीं गया है। अब मजीदपुरा के निवासी इस असमंजस में हैं कि वह जाएं भी तो किसके पास।
गौरतलब है कि लगभग एक वर्ष पूर्व नाले के पुनर्निर्माण कार्य के दौरान सड़क के बीच अस्थायी नाले का निर्माण कराया गया था। जिस कारण मजीदपुरा का मुख्य मार्ग उबड़-खाबड़ हो गया था। नाले का निर्माण पूरा होने के बावजूद आज तक सड़क का पुनर्निर्माण नहीं किया गया है। जिसके परिणामस्वरूप सड़क आज तक टूटी-फूटी और अत्यधिक उबड़-खाबड़ पड़ी हुई है। सड़क उबड़-खाबड़ होने की वजह से यहां हादसे-दर-हादसे हो रहे हैं। खासकर यह सड़क मौजूदा समय में बाइक सवारों व ई-रिक्शा में सवार लोगों की जान की दुश्मन बनी हुई है।
इस लापरवाही के कारण क्षेत्रवासियों और राहगीरों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। कई दुर्घटनाएँ घट चुकी हैं जिससे यह मार्ग पैदल यात्रियों, दोपहिया और चारपहिया वाहनों के लिए असुरक्षित हो गया है। बरसात के मौसम में सड़क पर कीचड़ जमने से यह अत्यधिक फिसलन भरी हो जाती है, जिसके कारण दुर्घटनाओं की संभावना और भी बढ़ जाती है। सड़क अत्यधिक उबड़-खाबड़ होने की वजह से ई-रिक्शा अनियंत्रित होकर पलट रहे हैं। इस सड़क से सबसे बड़ा खतरा स्कूल में जाने वाले मासूमों को है क्योंकि समझदार आदमी तो वाहन अनियंत्रित होने पर कूद सकता है किन्तु मासूम जान कैसे अपने आप को सुरक्षित करे इस बात को समझने वाला कोई नहीं है। इतना ही नहीं ई-रिक्शा पलटने से एक अधेड़ महिला की मौत भी हो गई थी। अब सवाल यह है कि लोगों के लिए जान कि आफत बनी इस सड़क से निजात कैसे पाई जाए।
यहां के लोगों का कहना है कि इस समस्या को जनसुनवाई पोर्टल पर कई बार दर्ज कराया जा चुका है तथा हमारे क्षेत्र के विधायक सदर विजयपाल आड़ती, चेयरमैन और पार्षद को भी इसके बारे में जानकारी दी गई किंतु अब तक सड़क का पुनर्निर्माण का कार्य अभी तक नहीं हो सका। जिससे आमजन को लगातार कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
अब यह भी पता चला है कि मजीदपुरा की इस सड़क के पुनर्निर्माण का प्रस्ताव भी नगर पालिका परिषद की बोर्ड की बैठक में नहीं रखा गया है। ऐसी स्थिति में यहां के लोग अपना रोना भी रोए तो किसके सामने। लगातार हादसे होने के बाद भी किसी भी जनप्रतिनिधि का दिल पसीजने का नाम नहीं ले रहा है।
वहीं इसी मोहल्ले के निवासी व किसान सेना (अ) के जिलाध्यक्ष आबिद हुसैन का कहना है कि उनके संगठन का एक प्रतिनिधि मण्डल संबन्धित अधिकारी से मिलेगा और इस सड़क की स्थिति के बारे में अवगत कराएगा। इसके बाद भी सड़क का पुनर्निर्माण नहीं कराया गया तो उनका संगठन आंदोलन करने के लिए बाध्य हो जाएगा। जब इस संबंध में वार्ड के सभासद पति व मास क्लब के अध्यक्ष सलाउद्दीन मेवाती से बातचीत की गई तो उन्होने बताया कि इस बार नगर पालिका परिषद की बोर्ड की बैठक में मजीदपुरा की सड़क के पुनर्निर्माण का मुद्दा पूरी गर्मजोशी के साथ उठाया जाएगा और वह इस सड़क का पुनर्निर्माण कराकर ही दम लेंगे। अब देखना यह है कब तक मजीदपुरा के लोग इस सड़क की वजह से परेशानियों का सामना करते हैं।