दिन की शुरुआत: समय और संयोगों का संगम
आज का दिन खगोलीय घटनाओं, शुभ योगों और धार्मिक मान्यताओं से विशेष रूप से प्रभावित है। सूर्योदय के साथ ही पौष मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि का आरंभ होता है, जो दोपहर 1:46 बजे तक प्रभावी रहेगी। मौसम में गहराती ठंड और हेमंत ऋतु की सौम्य छाया आज के दिन को और अधिक गंभीर, शांत तथा साधनापूर्ण बनाती है। ग्रह-नक्षत्रों के इस सुयोग से दैनिक कार्यों, पूजा-अनुष्ठानों तथा यात्रा के लिए अनेक शुभ मुहूर्त बन रहे हैं।
सूर्योदय – सूर्यास्त और चंद्र विवरण
- सूर्योदय: 06:33 पूर्वाह्न
- सूर्यास्त: 05:09 अपराह्न
- चंद्रोदय: 10:50 अपराह्न
- चंद्रास्त: 11:13 पूर्वाह्न
- तिथि, नक्षत्र और योग
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तिथि: षष्ठी — दोपहर 1:46 बजे तक इसके बाद सप्तमी प्रारंभ
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नक्षत्र: पूर्वा फाल्गुनी — 11 दिसंबर सुबह 02:44 बजे तक।
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योग: वैधरिति — दोपहर 12:46 बजे तक इसके बाद विश्वकर्मा योग
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करण:वनिजा — दोपहर 1:46 बजे तक। इसके पश्चात विष्टी (भद्रा) 11 दिसंबर सुबह 1:45 बजे तक।
ग्रह-गोचर एवं राशि विवरण
- चंद्र राशि: सिंह (नरसिंह)
- सूर्य राशि: वृश्चिक
- सूर्य नक्षत्र: ज्येष्ठ
- सूर्य पद: ज्येष्ठ
- मास: पौष (पूर्णिमांत), मार्गशीर्ष (अमांत)
- संवत्सर जानकारी
- विक्रम संवत: 2082 — कलायुक्त
- शक संवत: 1947 — विश्ववासु
- गुजराती संवत: 2082 — पिंगला
- संवत्सर परिवर्तन: कालायुक्त— 25 अप्रैल 2025, 03:07 अपराह्न तक
- ऋतु, अयन एवं दिन-रात
- ड्रिक ऋतु: हेमंत
- वैदिक ऋतु: हेमंत
- ड्रिक अयन: दक्षिणायन
- वैदिक आयन: दक्षिणायन
- दिनमान: 10 घंटे 35 मिनट 59 सेकंड
- रात्रिमान: 13 घंटे 24 मिनट 39 सेकंड
- मध्याह्न: 11:51 पूर्वाह्न
- आज के शुभ मुहूर्त
- ब्रह्म मुहूर्त: 04:46 से 05:39
- प्रातः संध्या: 05:12 से 06:33
- विजय मुहूर्त: 01:37 से 02:19
- गोधूलि मुहूर्त: 05:06 से 05:33
- सायाह्न संध्या: 05:09 से 06:29
- निशिता मुहूर्त: रात 11:24 से 12:18
- अमृत काला: 12:18 रात से 01:55 (11 दिसंबर)
- रवि योग: 11 दिसंबर, 06:33 से 02:44 बजे तक
- अशुभ / सावधान रहने के समय
- राहुकाल: 11:51 से 01:10
- यमगण्ड: 07:52 से 09:12
- गुलिक काल: 10:31 से 11:51
- दुरमुहूर्त: 11:30 से 12:12
- भद्रा: 1:46 दोपहर से रात 1:45 तक (11 दिसंबर)
- वर्ज्य: 02:33 से 04:11 शाम
- गंड मूल: 06:33 पूर्वाह्न से 02:44 पूर्वाह्न (11 दिसंबर)
- बाण: चोरा — 06:49 सुबह से सम्पूर्ण रात्रि तक
- निवास, दिशा एवं अग्नि-वास
- दिशा शूल: उत्तर
- अग्निवास: पाताल (01:46 बजे तक), फिर पृथ्वी
- चंद्र वास: पूर्व
- भद्र वास: 01:46 दोपहर से 01:45 रात तक — मृत्यु (पृथ्वी)
- शिव वास: भोजन में (01:46 बजे तक), इसके बाद श्मशान।
आज का दिन तिथियों और योगों की दृष्टि से मध्यम शुभफलदायी है। कार्यों में शीघ्र सफलता, मन में उत्साह और धार्मिक कार्यों में विशेष लाभ की संभावना बनी हुई है। प्रातःकालीन तथा दोपहर बाद के शुभ मुहूर्तों का उपयोग यात्रा, खरीदारी, सौदे या पूजा के लिए उत्तम माना गया है। वहीं राहुकाल, भद्रा और वर्ज्य के दौरान महत्वपूर्ण कार्यों से बचना हितकारी होगा।
