शनिवार का दिन धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से विशेष महत्व रखता है। आज पौष मास की कृष्ण अमावस्या तिथि है। अमावस्या का दिन पितृ तर्पण, स्नान-दान और साधना के लिए शुभ माना जाता है। ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति के अनुसार आज के दिन शुभ-अशुभ मुहूर्तों का विशेष ध्यान रखना लाभकारी रहेगा। प्रस्तुत है 20 दिसंबर 2025 का विस्तृत पंचांग, अखबार में प्रकाशन योग्य स्वरूप में
आज का पंचांग (20 दिसंबर 2025)
- दिन: शनिवार
- तिथि: पौष मास, कृष्ण पक्ष, अमावस्या
- अमावस्या तिथि प्रातः 07:13 बजे तक
- इसके बाद प्रतिपदा तिथि का आरंभ
- विक्रम संवत: 2082
- सौर मास: पौष (प्रविष्टे 06)
- ऋतु: हेमन्त
- सूर्य स्थिति: दक्षिणायन, दक्षिण गोल
नक्षत्र, योग और करण
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नक्षत्र: मूल — 25:22:26 तक
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योग: गण्ड — 16:16:48 तक
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करण: नाग — प्रातः 07:15:10 तक इसके बाद किन्स्तुघ्ना / बव करण का प्रभाव
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चंद्र राशि: धनु (दिन-रात)
सूर्योदय और सूर्यास्त
- सूर्योदय: सुबह 07:09 बजे
- सूर्यास्त: शाम 05:28 बजे
आज के शुभ मुहूर्त
- ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 05:20 से 06:14
- विजय मुहूर्त: दोपहर 02:02 से 02:43
- गोधूलि बेला: शाम 05:26 से 05:53
- निशीथ काल: रात 11:52 से 12:46
आज के अशुभ मुहूर्त
- राहुकाल: सुबह 09:00 से 10:30
- गुलिक काल: सुबह 06:00 से 07:30
- यमगण्ड: दोपहर 01:30 से 03:30
- दुर्मुहूर्त: सुबह 07:09 से 07:50
अमृत काल
- अमृत काल: सुबह 08:26 से 09:44
आज अमावस्या होने के कारण शुभ कार्यों में संयम बरतना चाहिए। स्नान-दान, जप-तप और पितृ तर्पण के लिए दिन उत्तम माना गया है।
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