मार्गशीर्ष मास, कृष्ण पक्ष अमावस्या
मार्गशीर्ष मास की अमावस्या आज अनेक धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मानी गई है। सूर्य-चंद्र की गतियों के आधार पर तैयार यह पंचांग न केवल शुभ-अशुभ समय का निर्धारण करता है, बल्कि दैनिक कार्यों, पूजा-व्रत और यात्राओं के लिए भी मार्गदर्शन प्रदान करता है। आज अमावस्या के साथ विशाखा और अनुराधा नक्षत्रों का संयोग विशेष फलदायी माना गया है। आइए जानते हैं दिन भर के शुभ मुहूर्त, ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति और महत्वपूर्ण ज्योतिषीय विवरण।
तिथि, नक्षत्र एवं योग
- अमावस्या तिथि दोपहर 12:17 बजे तक, इसके बाद प्रतिपदा तिथि प्रारंभ।
- विशाखा नक्षत्र पूर्वाह्न 10:59 बजे तक, तत्पश्चात अनुराधा नक्षत्र।
- शोभन योग प्रातः 09:52 बजे तक, इसके बाद अतिगण्ड योग।
- नाग करण दोपहर 12:17 बजे तक, इसके बाद बव करण।
- चंद्रमा पूरे दिन वृश्चिक राशि में संचाररत।
सूर्योदय–सूर्यास्त
- सूर्योदय : सुबह 6:47 बजे
- सूर्यास्त : शाम 5:25 बजे
आज के शुभ मुहूर्त
- ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 5:01–5:54 बजे
- विजय मुहूर्त: दोपहर 1:53–2:35 बजे
- निशीथ काल: रात 11:40–12:34 बजे
- गोधूलि बेला: शाम 5:26–5:52 बजे
आज के अशुभ मुहूर्त
- राहुकाल: दोपहर 1:30–3:00 बजे
- गुलिक काल: सुबह 9:00–10:30 बजे
- यमगंड: सुबह 6:00–7:30 बजे
- अमृत काल: सुबह 6:47–8:07 बजे
- दुर्मुहूर्त: सुबह 10:20–11:03 बजे
आज का यह दिन पूजा-अर्चना, पितृ कार्य और आध्यात्मिक साधना के लिए अत्यंत उपयुक्त माना गया है।
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