आज का पंचांग – 6 नवंबर 2025, गुरुवार

आज से मार्गशीर्ष मास का शुभारंभ हो चुका है। हिंदू पंचांग के अनुसार यह वर्ष का नौवां महीना होता है, जिसे अगहन मास भी कहा जाता है। इसे भगवान श्रीकृष्ण का प्रिय महीना माना गया है। शास्त्रों में वर्णन है कि इस मास में की गई उपासना, दान और सत्कर्म से व्यक्ति को अनेक गुना फल प्राप्त होता है। भक्ति और श्रद्धा से आरंभ हुए इस महीने में पूजा-अर्चना का विशेष महत्व है।

दिनांक: 6 नवंबर 2025, गुरुवार
संवत्: 2082
मास (पूर्णिमांत): मार्गशीर्ष
पक्ष: कृष्ण
तिथि: प्रतिपदा – दोपहर 02:54 बजे तक, तत्पश्चात द्वितीया
नक्षत्र: कृतिका – रात्रि 03:28 बजे तक, तत्पश्चात रोहिणी
योग: व्यतीपात – प्रातः 07:05 बजे तक, तत्पश्चात वरीयान
करण: कौलव – दोपहर 02:54 बजे तक, तत्पश्चात तैतिल (7 नवंबर को रात्रि 12:58 बजे तक)

सूर्योदय: प्रातः 06:37 बजे
सूर्यास्त: सायं 05:32 बजे
चंद्रोदय: सायं 05:59 बजे
चन्द्रास्त: प्रातः 07:22 बजे
सूर्य राशि: तुला
चंद्र राशि: मेष (प्रातः 11:47 बजे तक), तत्पश्चात वृष


आज के शुभ मुहूर्त

  • अभिजीत मुहूर्त: प्रातः 11:43 बजे से दोपहर 12:26 बजे तक
  • अमृत काल: 7 नवंबर को रात्रि 01:22 बजे से दोपहर 02:46 बजे तक

आज के अशुभ समय (दोष काल)

  • राहुकाल: दोपहर 01:26 बजे से 02:48 बजे तक
  • गुलिकाल: प्रातः 09:21 बजे से 10:43 बजे तक
  • यमगण्ड: प्रातः 06:37 बजे से 07:59 बजे तक

 विशेष टिप्पणी: मार्गशीर्ष मास का आरंभ भक्ति और तप के संकल्प के साथ करें। इस महीने में भगवान श्रीकृष्ण की उपासना, गीता पाठ, और ब्राह्मणों को अन्न या वस्त्र दान का विशेष महत्व है। इस मास में की गई साधना से मन को स्थिरता और जीवन में समृद्धि प्राप्त होती है।

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