आबिद हुसैन, विशेष संवाददाता
हापुड़। जिला मुख्यालय सभागार में सोमवार को जिलाधिकारी अभिषेक पांडेय की अध्यक्षता में जिला शिक्षा एवं अनुश्रवण समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में शिक्षा व्यवस्था को सशक्त बनाने हेतु विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई। डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिए कि ऑपरेशन कायाकल्प के तहत निर्धारित 19 पैरामीटर में जो भी कमियां हैं, उन्हें जल्द से जल्द दूर किया जाए।
बैठक में गुणवत्ता शिक्षा, बालिका शिक्षा, मध्याह्न भोजन, यू-डायस प्लस, पीएम श्री विद्यालय, आरटीई के तहत नामांकन, तथा दिव्यांग बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था पर विस्तार से चर्चा हुई। डीएम ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए विद्यालयों में शिक्षक उपस्थिति सुनिश्चित हो और सभी पंजिकाओं का डिजिटलीकरण अनिवार्य रूप से किया जाए।
उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे रणनीति बनाकर जमीनी स्तर पर कार्य करें और विद्यालयों में शिक्षा का स्तर बेहतर बनाने के लिए प्रभावी पहल करें। छात्र उपस्थिति में कमी पर चिंता जताते हुए डीएम ने कहा कि संबंधित विद्यालयों को छात्रों की शैक्षणिक प्रगति में तेजी लाने की जिम्मेदारी दी जाए।
डीएम ने यह भी निर्देश दिए कि एआरपी चयन प्रक्रिया शीघ्र पूरी की जाए, तथा निःशुल्क पाठ्यपुस्तकों की आपूर्ति समय से सुनिश्चित हो। उन्होंने दिव्यांग बच्चों को मिलने वाली योजनाओं, संसाधनों और उनके लिए की जा रही शिक्षण व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन बच्चों को गुणवत्तापूर्ण और समावेशी शिक्षा मिले, यह प्राथमिकता होनी चाहिए।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु गौतम, डायट प्राचार्य जितेंद्र मलिक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रीतु तोमर सहित समस्त खंड शिक्षा अधिकारी उपस्थित रहे।
यह रिपोर्ट हापुड़ जिले की शिक्षा व्यवस्था में सुधार की दिशा में प्रशासन की गंभीरता और तत्परता को दर्शाती है।