-बाल लीलाओं, भक्ति-भाव और संकीर्तन के साथ गूंजेगा मंदिर प्रांगण
-रात्रि 10:30 बजे होगा पंचामृत अभिषेक, बधाई गायन और उत्सव आरती
आबिद हुसैन, विशेष संवाददाता हापुड़
"यशोदा जायो ललना, मैं वेदन में सुन आई…"
हापुड़। भगवान श्रीकृष्ण, जिनकी बाल लीलाओं से गोकुल की गलियां आज भी गूंजती हैं, जिनकी माखन चोरी, बंसी की मधुर तान और रासलीलाएं भक्तों के हृदय में अनंत प्रेम और भक्ति का संचार करती हैं उनका जन्मोत्सव भक्तों के लिए सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि आस्था, प्रेम और भक्ति का अद्वितीय संगम है। जब-जब श्रीकृष्ण की बाल छवि, गोकुलवासियों की ममता और राधारानी के प्रेम की स्मृति जगती है, तब-तब भक्तों के हृदय भक्ति-भाव से भर जाते हैं।
इसी भावभूमि में, हमारे लिए अत्यंत हर्ष और आनंद का विषय है कि दिनांक 16 अगस्त 2025 (शनिवार) को हमारे हृदयधन, प्राणप्रिय, नंदनंदन, लाडले ठाकुर जी का भव्य जन्मोत्सव श्री चंडी धाम मंदिर प्रांगण में बड़े ही धूमधाम और श्रद्धाभाव के साथ मनाया जाएगा।
कार्यक्रम की रूपरेखा के अनुसार सायं 7 बजे से संकीर्तन प्रारंभ होगा। रात्रि 10:30 बजे से ठाकुर जी का पंचामृत अभिषेक होगा, जिसके पश्चात बधाई गायन एवं उत्सव आरती का आयोजन किया जाएगा।
आयोजकों ने सभी वैष्णव भक्तों से अनुरोध किया है कि वे भारतीय पारंपरिक वेशभूषा में सपरिवार समय से पधारकर इस महामहोत्सव का हिस्सा बनें और ठाकुर जी के जन्मोत्सव के दिव्य आनंद का लाभ उठाएं।
राधे-राधे!