गाज़ियाबाद। गाजियाबाद को औद्योगिक दृष्टि से और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) एक नए औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना की योजना बना रहा है। डासना, भोजपुर, मुरादनगर, लोनी जैसे क्षेत्रों में जमीन की तलाश शुरू हो चुकी है। यह पहल निवेश और रोजगार के नए द्वार खोलने वाली है।
गाजियाबाद अब एक और औद्योगिक क्षेत्र की ओर अग्रसर है। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने इसकी तैयारियां तेज कर दी हैं। प्राधिकरण की योजना 200 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल में एक अत्याधुनिक औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने की है, जिसमें छोटे से लेकर बड़े उद्यमियों के लिए उपयुक्त प्लॉट मुहैया कराए जाएंगे।
जीडीए ने इसके लिए डासना, भोजपुर, मुरादनगर, लोनी समेत विभिन्न बाहरी क्षेत्रों में जमीन की तलाश शुरू कर दी है। विशेष रूप से उन स्थानों को प्राथमिकता दी जा रही है जहां से हाईवे, ईस्टर्न पेरिफेरल, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे और नॉर्दर्न पेरिफेरल रोड जैसे प्रमुख मार्गों की कनेक्टिविटी सुगम हो, जिससे कच्चा माल लाना और तैयार माल भेजना आसान हो सके।
राजनगर एक्सटेंशन में आवासीय टाउनशिप के साथ औद्योगिक विकास की तैयारी : जीडीए राजनगर एक्सटेंशन में 500 हेक्टेयर में नई हरनंदीपुरम आवासीय टाउनशिप ला रहा है। इसी के साथ अब औद्योगिक विकास योजना को भी बल दिया जा रहा है। गाजियाबाद के प्रभारी मंत्री असीम अरुण के निर्देशों के बाद इस दिशा में औपचारिक पहल शुरू की गई है।
छोटे उद्यमियों को मिलेगा बढ़ावा : प्रस्तावित औद्योगिक क्षेत्र में छोटे, मध्यम और बड़े प्लॉट उपलब्ध कराए जाएंगे ताकि नवोदित और लघु उद्यमी भी इसमें भागीदारी कर सकें। इसके अतिरिक्त एक बहुउद्देश्यीय भवन का भी निर्माण प्रस्तावित है, जहां उद्यमी अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगा सकें। इससे स्थानीय स्तर पर व्यवसाय को बढ़ावा मिलेगा और निवेशकों से सीधा संपर्क संभव हो सकेगा।
कनेक्टिविटी और अधिग्रहण पर विशेष ध्यान : जीडीए के अधिकारी स्पष्ट कर चुके हैं कि नए औद्योगिक क्षेत्र को मुख्यत: हाइवे से सटे क्षेत्रों में विकसित किया जाएगा, ताकि लॉजिस्टिक समस्याओं से बचा जा सके। साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि क्या इन क्षेत्रों में जीडीए के पास पहले से जमीन उपलब्ध है या उसे किसानों से खरीदनी पड़ेगी। यदि अधिग्रहण की आवश्यकता हुई, तो उसके लिए बजटीय अनुमान भी तैयार किया जा रहा है।
वर्तमान औद्योगिक स्थिति : गाजियाबाद में पहले से ही कई बड़े औद्योगिक क्षेत्र सक्रिय हैं जैसे कविनगर, बुलंदशहर रोड, साहिबाबाद साइट-4, मेरठ रोड साइट-3, सेक्टर-22, उद्योग कुंज, एमजी रोड, लोनी रोड, ट्रोनिका सिटी, मुकुंद नगर, मोदीनगर आदि। इन क्षेत्रों ने गाजियाबाद को उत्तर भारत की एक प्रमुख औद्योगिक नगरी के रूप में स्थापित किया है।
अधिकारियों की राय: अतुल वत्स, उपाध्यक्ष, जीडीए:" गाजियाबाद में उद्यमियों की जरूरतों का ध्यान रखते हुए औद्योगिक योजना लाई जाएगी। इसके लिए जमीन की तलाश की जा रही है, ताकि योजना जल्द परवान चढ़ाई जा सके।"
श्रीनाथ पासवान, उपायुक्त, उद्योग: गाजियाबाद औद्योगिक नगरी है। यहां सभी तरह के उत्पाद तैयार होते हैं। निवेश भी तेजी से बढ़ रहा है। औद्योगिक योजना आने से निवेशकों को लाभ होगा। जिले में निवेश बढ़ने के साथ ही रोजगार भी बढ़ेगा। गाजियाबाद में प्रस्तावित नया औद्योगिक क्षेत्र न केवल उद्योगपतियों के लिए वरदान साबित होगा, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार का बड़ा अवसर भी लेकर आएगा। जीडीए की यह योजना गाजियाबाद को औद्योगिक विकास के नए मुकाम पर पहुंचाने की दिशा में एक सशक्त पहल कही जा सकती है।