रंगरा पंचायत में परंपरा और भाईचारे के साथ मनाया गया मुहर्रम पर्व

-दोनों पार्टी के ताजिया निकाले गए, लाठी-फरसा के साथ किया गया परंपरागत खेल, प्रशासन रहा मुस्तैद

रंगरा (नवगछिया), संवाददाता। रंगरा पंचायत में शनिवार को मुहर्रम पर्व बड़े ही धूमधाम और पारंपरिक उल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर क्षेत्र के दो प्रमुख अखाड़ा पार्टी द्वारा अपने-अपने ताजिया और माचिया निकालते हुए जुलूस निकाला गया, जो गांव की गलियों से होते हुए मुख्य चौक पर पहुंचा। वहां दोनों पक्षों द्वारा परंपरागत तरीके से लाठी-फरसा का खेल दिखाया गया, जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए।

इस कार्यक्रम की गरिमा को बढ़ाने के लिए पंचायत के वर्तमान सरपंच इरशाद आलम, पूर्व मुखिया, रंगरा प्रखंड के अंचलाधिकारी आशीष कुमार, रंगरा थाना के पुलिस प्रशासन, प्रखंड के जिला परिषद प्रतिनिधि शबाना आजमी, उप सरपंच राकेश ठाकुर, समाजसेवी शंकर शर्मा, संजय यादव और रवि भूषण ठाकुर तथा भारतीय जनता पार्टी कार्यालय प्रमुख सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क दिखा। रंगरा थाना की टीम द्वारा जुलूस के साथ लगातार गश्ती की गई और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जगह-जगह सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे। अंचलाधिकारी आशीष कुमार और थाना अध्यक्ष ने पूरे आयोजन की निगरानी स्वयं की, जिससे कार्यक्रम शांति और सौहार्द के वातावरण में संपन्न हुआ।

मुहर्रम के मौके पर दोनों अखाड़ा पार्टियों ने पारंपरिक हथियारों के साथ कौशल का प्रदर्शन किया, जिसमें युवाओं की भागीदारी उल्लेखनीय रही। लाठी और फरसे के साथ किए गए प्रदर्शन को दर्शकों ने उत्साहपूर्वक देखा, वहीं आयोजकों ने यह भी सुनिश्चित किया कि कोई अप्रिय घटना न हो।

समाजसेवी रवि भूषण ठाकुर ने इस मौके पर कहा कि "मुहर्रम हमें बलिदान और इंसानियत की राह पर चलने की प्रेरणा देता है। इस तरह के आयोजन से आपसी भाईचारे को मजबूती मिलती है।" वहीं सरपंच इरशाद आलम ने भी लोगों से एकता बनाए रखने की अपील की।

इस अवसर पर क्षेत्र के छोटे-बड़े दुकानदारों और स्थानीय निवासियों ने पूरे जोश और श्रद्धा के साथ कार्यक्रम में भागीदारी की। कार्यक्रम का समापन आपसी मेल-जोल और सद्भावना के संदेश के साथ हुआ।

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