- देशभर के मंदिरों में गूंजे हर-हर महादेव के जयकारे, शिवभक्ति में लीन दिखे भक्तगण
नोएडा। सावन का पहला सोमवार नहीं, पर श्रावण मास का आज से विधिवत शुभारंभ हो गया है, और इसके साथ ही संपूर्ण भारतवर्ष शिवमय हो उठा है। आध्यात्म, भक्ति और आस्था से परिपूर्ण यह माह भगवान शिव की आराधना के लिए सर्वाधिक पुण्यदायक माना जाता है। आज सुबह ब्रह्ममुहूर्त से ही विभिन्न शिवालयों, ज्योतिर्लिंगों और प्राचीन शिव मंदिरों में भक्तों की लंबी कतारें लग गईं। हर तरफ 'बोल बम', 'हर-हर महादेव' और 'जय भोलेनाथ' के जयघोष से वातावरण गूंज उठा।
श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह : उत्तर से दक्षिण, पूर्व से पश्चिम – देश के कोने-कोने में श्रावण की पहली सुबह शिवमंदिरों में भक्तों की अभूतपूर्व भीड़ देखी गई। कहीं महिलाएं पारंपरिक परिधान में कलश लेकर दर्शन हेतु निकलीं तो कहीं युवाओं की टोलियां भगवा वस्त्र पहनकर कांवड़ यात्रा पर रवाना होती दिखीं। इस अवसर पर मंदिरों को फूल-मालाओं और रंगीन झंडियों से सजाया गया। जगह-जगह भजन-कीर्तन, रुद्राभिषेक और विशेष पूजन का आयोजन हुआ।
देश के प्रमुख शिवधामों जैसे – काशी विश्वनाथ (वाराणसी), केदारनाथ (उत्तराखंड), महाकालेश्वर (उज्जैन), त्रयंबकेश्वर (नासिक), बैद्यनाथ (झारखंड), सोमनाथ (गुजरात) आदि में आज लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा जल, बेलपत्र, धतूरा, आकड़ा, चंदन और पंचामृत से शिवलिंग का अभिषेक किया। कई जगहों पर भक्त रातभर जागरण कर शिवधुनों में मग्न रहे और सुबह होते ही दर्शन को उमड़ पड़े।
प्रशासन सतर्क, सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम :श्रावण मास में उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए विभिन्न राज्यों की सरकारों ने सुरक्षा के विशेष बंदोबस्त किए हैं। जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे, मेडिकल कैंप, स्वयंसेवक दल और महिला पुलिस बल को तैनात किया गया है। इसके साथ ही श्रद्धालुओं को लंबी कतारों में कोई परेशानी न हो, इसके लिए प्रवेश और निकास के मार्गों को सुव्यवस्थित किया गया है।
हिंदू धर्म के अनुसार, श्रावण मास भगवान शिव को समर्पित होता है। मान्यता है कि इस मास में शिव की पूजा, व्रत, और अभिषेक से विशेष फल प्राप्त होता है और जन्म-जन्मांतर के पापों से मुक्ति मिलती है। विशेषकर सोमवार के दिन व्रत रखना अत्यंत पुण्यदायक माना गया है। इस महीने को लेकर स्कंद पुराण, शिव पुराण और लिंग पुराण में विस्तृत उल्लेख मिलता है।
इस बार श्रावण में कुल 4 सोमवार पड़ रहे हैं, जो भक्तों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं। प्रत्येक सोमवार को विशेष शिवपूजन, कथा, रुद्राभिषेक और रात्रि जागरण के आयोजन होंगे। देश के विभिन्न शहरों में कांवड़ मेले, शिव बारात, भंडारे और शोभायात्राएं भी आयोजित की जाएंगी।
शिवभक्ति के इस पर्व में देश एक बार फिर एकात्मता, श्रद्धा और भक्ति से ओतप्रोत हो गया है। शिवालयों में गूंजते मंत्रोच्चार, भक्तों का उल्लास और पावन वातावरण इस बात का संकेत दे रहा है कि श्रावण मास केवल एक पर्व नहीं, आत्मिक शुद्धि और दिव्य आनंद का अवसर है।
"हर-हर महादेव!"
Har har Mahadev
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