नई दिल्ली। भारत सरकार देश के ज़रूरतमंद नागरिकों को विभिन्न योजनाओं के माध्यम से राहत देने का कार्य करती है। इनमें से एक अहम योजना है राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA), जिसके तहत पात्र लोगों को मुफ़्त या सस्ती दर पर राशन उपलब्ध कराया जाता है। लेकिन इस योजना का लाभ केवल उन्हीं को मिलता है, जिनके पास वैध राशन कार्ड होता है।
अब सरकार ने राशन कार्ड से जुड़ा एक नया नियम अनिवार्य कर दिया है। हर राशन कार्ड धारक को हर पांच साल में KYC कराना जरूरी होगा। यदि यह प्रक्रिया समय पर पूरी नहीं की जाती है, तो राशन कार्ड अस्थायी रूप से ब्लॉक या रद्द किया जा सकता है।
क्या है KYC प्रक्रिया?
इस प्रक्रिया के तहत राशन कार्डधारकों को अपने आधार कार्ड, मोबाइल नंबर, पता, और पारिवारिक सदस्यों की जानकारी दोबारा जमा करनी होती है। इसका उद्देश्य है कि फर्जी लाभार्थियों को सिस्टम से हटाया जा सके और केवल वास्तविक पात्र व्यक्तियों को ही सरकारी योजनाओं का लाभ मिले।
क्यों है यह जरूरी?
कई लोग यह मान लेते हैं कि एक बार राशन कार्ड बन गया तो जीवनभर के लिए लाभ मिलते रहेंगे। लेकिन यदि आप समय पर KYC नहीं कराते, तो आपका नाम राशन कार्ड सूची से हटाया जा सकता है और इससे आपको सरकारी योजनाओं में मिलने वाले लाभ भी रुक सकते हैं।
कैसे कराएं राशन कार्ड का KYC?
राशन कार्ड की KYC कराने के लिए आप निम्नलिखित विकल्पों का उपयोग कर सकते हैं:
- निकटतम राशन केंद्र पर जाकर
- CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) के माध्यम से
- सरकारी ऑनलाइन पोर्टल पर स्वयं जाकर
क्या करें?
यदि आपने अभी तक राशन कार्ड KYC नहीं कराया है, तो इसे शीघ्रता से कराएं। विलंब करने की स्थिति में आपको सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत मिलने वाला राशन रुक सकता है, जिससे आपको असुविधा हो सकती है।
सरकार का यह कदम पारदर्शिता बढ़ाने और असली जरूरतमंदों तक लाभ पहुंचाने की दिशा में महत्वपूर्ण है। अतः समय रहते जरूरी प्रक्रिया पूरी करें और योजना का लाभ सुनिश्चित करें।