हिंदू धर्म में पंचांग का अत्यंत महत्व है। पंचांग न केवल तिथि और नक्षत्र की जानकारी देता है, बल्कि यह शुभ-अशुभ मुहूर्त, व्रत-त्योहार, चंद्रमा की स्थिति और दिन विशेष के योगों को भी स्पष्ट करता है। आज का दिन बुधवार है, जिसे भगवान बुध देव को समर्पित माना गया है। यह दिन बुद्धि, वाणी और व्यापार में सफलता के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। आइए जानते हैं आज का संपूर्ण पंचांग: तिथि: सपतमी (शुक्ल पक्ष) सुबह 11:58 तक, तत्पश्चात अष्टमी, वार: बुधवार, मास: आषाढ़ मास (शुक्ल पक्ष), ऋतु: वर्षा ऋतु,
नक्षत्र: सुबह 11:07 तक उत्तरफाल्गुनी रहेगा, उसके बाद हस्त का आरंभ होगा
योग: शाम 05:46 तक वरीयान योग, उसके बाद परिघ योग
करण: सुबह 11:58 तक वणिज, अगले दिन प्रात: काल 12:59 तक विष्टि, उसके बाद बव का आरंभ होगा
शक सम्वत: 1947, विश्वावसु
विक्रम सम्वत: 2082, कालयुक्त
पूर्णिमांत: आषाढ़
अमांत: आषाढ़
व्रत-त्योहार: बुधाष्टमी व्रत
करण: गरज – रात्रि 09:24 तक, तत्पश्चात वणिज
सूर्योदय: प्रातः 05:28 बजे
सूर्यास्त: सायं 07:23 बजे
चंद्रमा: धनु राशि में
चंद्रोदय: सायं 05:11 बजे
चंद्रास्त: प्रातः 03:11 बजे (03 जुलाई को)
शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त: 11:58 बजे से 12:54 बजे तक
विजय मुहूर्त: 02:44 बजे से 03:40 बजे तक
शुभ चौघड़िया (प्रातः): 06:01 से 07:45 – शुभ
गोधूलि मुहूर्त: सायं 07:11 से 07:35 बजे तक
अमृत काल: रात्रि 10:58 से 12:37 (03 जुलाई)
अशुभ समय
राहुकाल: दोपहर 12:22 बजे से 02:04 बजे तक
गुलिक काल: 10:39 बजे से 12:22 बजे तक
यमघण्ट काल: 07:11 बजे से 08:54 बजे तक
दूषण मुहूर्त: रात्रि 08:41 से 09:42 तक
दैनिक सलाह: बुधवार का दिन आर्थिक लेन-देन, शिक्षा, व्यवसायिक निर्णय और बौद्धिक कार्यों के लिए उत्तम माना जाता है। आज बुद्ध ग्रह से संबंधित उपाय (जैसे हरे रंग का वस्त्र धारण करना, तुलसी जल अर्पण) करने से वाणी में माधुर्य और मानसिक शांति प्राप्त होती है।
यदि आप किसी विशेष कार्य के लिए मुहूर्त या कुंडली आधारित सलाह चाहते हैं, तो व्यक्तिगत विवरण के आधार पर मार्गदर्शन दिया जा सकता है।
शुभकामनाओं सहित, आपका दिन मंगलमय हो!
हर हर महादेव