आपका एक कदम दिव्य संसार की ओर में 'गर्भ संस्कार' पर हुई कार्यशाला

प्रफुल्ल पांडेय खबर मार्निंग

नोएडा। सेक्टर 26 क्लब के गंगोत्री हॉल में रेजिडेंट्स वेलफेयर एंड कल्चरल सोसाइटी ने एक विशेष गर्भ संस्कार कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला में पारंपरिक वैदिक ज्ञान और आधुनिक विज्ञान के संगम से गर्भस्थ शिशु के संपूर्ण विकास की बात पर चर्चा की गई कार्यक्रम का उद्देश्य यह समझाना था कि संतान के स्वास्थ्य, बु‌द्धिमत्ता और संस्कारों की नींव गर्भ में ही पड़ जाती है। 

प्राचीन ग्रंथों में जैसे अभिमन्यु का चक्रव्यूह ज्ञान गर्भ में ही प्राप्त होना या प्रहलाद का राक्षस कुल में जन्म लेकर भी महान भक्त बनना ये सभी उदाहरण इसी संस्कार की शक्ति को दर्शाते हैं।ओ.पी. बंसल ने बताया कि यह कार्यशाला विशेष रूप से भावी माता-पिता के लिए उपयोगी रही जो अपने होने वाले बच्चे के लिए शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से एक आदर्श वातावरण तैयार करना चाहते हैं। आधुनिक अनुसंधानों के अनुसार, मां के खानपान, विचार, भावनाएं, तनाव और जीवनशैली का सीधा प्रभाव गर्भ में पल रहे शिशु पर पड़ता है। यदि माता धूम्रपान, अल्कोहल या अत्यधिक कैफीन का सेवन करती हैं या डिजिटल मीडिया के दुष्प्रभावों से घिरी होती हैं, तो वह शिशु के मस्तिष्क विकास और व्यवहार पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।

कार्यशाला में इंदौर के डॉ. अनिल गर्ग, वरिष्ठ प्लास्टिक सर्जन व गर्भ संस्कार विशेषज्ञ, वैज्ञानिक शोधों द्वारा गर्भ संस्कार के सि‌द्धांतों की व्याख्या की तथा डॉ. सीमा गर्ग, वरिष्ठ हेयर ट्रांसप्लांट सर्जन व गर्भ संस्कार विशेषज्ञ ने बताया कि कैसे मां अपने गर्भस्थ शिशु को योग्य, प्रतिभाशाली और संस्कारी बना सकती हैं। कार्यक्रम के पश्चात प्रश्नोतर सत्र भी रखा गया, जिसमें प्रतिभागी अपनी जिज्ञासाएं विशेषज्ञों से पूछे। यह आयोजन श्री अरविन्द सोसाइटी नोएडा शाखा, श्रीजी गौ सदन, अग्रवाल मित्र मंडल, राजस्थान कल्याण परिषद, भारत विकास परिषद (स्वर्णिम), परमेश्वरीदेवी जानकी वल्लभ दानी चैरिटेबल ट्रस्ट, माहेश्वरी समाज, युवा सोशल शक्ति के विशेष सहयोग से हुआ वहीं कार्यशाला में आयोजक संस्थाओं के सदस्यों के अतिरिक्त राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के राष्ट्रीय प्रचार प्रमुख गुणवंत सिंह कोठरी भी मौजूद रहे।

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