शमशाद अली खबर मार्निंग
हापुड़। "नाम बड़े और दर्शन छोटे" वाली कहावत आज कल एचपीडीए पर लागू हो रही है। कारनामे तो इनके अधिकारी दिखने में बहुत माहिर हैं लेकिन जहां शोहरत और बुलंदी की बात आई वहीं फ़ेल हो जाते हैं लेकिन किसी ने सच ही कहा है कि "शोहरत कि बुलंदी भी एक पल का तमाशा है जिस शाख़ पर बैठे हो वह टूट भी सकती है, वही शाख़ बचती है जो लचक जाती है। थोड़ा सा लालच ही इनकी बुद्धि को भ्रष्ट कर देता है"। ये सौ कमाते हैं तो दूसरा इनकी आड़ में करोड़ों के वारे-न्यारे करता है।
मोहल्ला सैनी नगर स्टेट बैंक के पीछे का प्रकाश में आया है। यहाँ पर चंद्रप्रकाश नामक व्यक्ति द्वारा अवैध निर्माण के माध्यम से कॉमर्शिल दुकानों का निर्माण कराया जा रहा था। इतना ही नहीं चंद्रप्रकाश एक-दो नहीं बल्कि पूरी दस अवैध दुकानों का निर्माण करा रहा है। चंद्रप्रकाश की सभी दुकानें लगभग तैयार हो चुकीं हैं लेकिन उन पर अभी तक एचपीडीए नाम के शनिदेव नाम की कुद्रष्टि अभी तक नहीं पड़ चुकी है अन्यथा चंद्रप्रकाश की सेटिंग धूल चाट रही होती।
सूत्रों के हवाले से पता चला है कि यह पूरा मामला एचपीडीए के संज्ञान में आ चुका है और दुकान बनवाने के नाम पर करीब दो लाख की डिमांड भी की जा चुकी है। अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि चंद्रप्रकाश की सेटिंग अभी तक हुई या नहीं किन्तु कामर्शल दुकानों के निर्माण का कार्य बदस्तूर जारी है। ये मामला एचपीडीए के जेई अजय सिंहल के क्षेत्र में आता हैं।