गेंदा फूल की खेती की जानकारी: अगर किसान अपनी नियमित फसल के साथ अतिरिक्त आय के लिए गेंदे की खेती करना चाहते हैं, तो यह उनके लिए काफी लाभकारी हो सकता है। इसकी खेती कम जगह पर भी की जा सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार, अगर आपके पास 1 हेक्टेयर जमीन है, तो आप हर साल करीब 15 लाख रुपये कमा सकते हैं।
गेंदे की खेती का सीजन: गेंदे की खेती मौसम के अनुसार की जाती है। जनवरी में लगाए गए पौधे नवरात्र के समय उपयोग में आते हैं, जिससे उन्हें बाजार में अच्छी कीमत मिलती है। अप्रैल-मई और अगस्त-सितंबर में भी इसके फूलों की बिजाई की जाती है। यह फूल पूरे देश में माला और सजावट के लिए व्यापक रूप से उपयोग होते हैं।
मिट्टी और जलवायु: गेंदा मुख्य रूप से ठंडी जलवायु वाली फसल है, लेकिन इसे विभिन्न प्रकार की मिट्टी में उगाया जा सकता है। उपजाऊ, जल धारण करने वाली लेकिन अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी इसके लिए अच्छी होती है। गेंदा 7.0 से 7.6 के pH वाली मिट्टी में अच्छे से बढ़ता है। गेंदे की फसल को धूप की बहुत जरूरत होती है।
गेंदे की उन्नत किस्में इस प्रकार हैं:
- अफ्रीकन गेंदा: क्लाईमेक्स, कोलेरेट, जुबली इंडियन चीफ, क्राउन ऑफ गोल्ड, फर्स्ट लेडी, स्पन गोल्ड, येलो सुप्रीम, क्रेकर जैक।
- फ्रेंच गेंदा: येलो क्राउन, लेमन जैम, रस्ती लैड, लेमन रिंग, रेड हेड, बटर स्कॉच, गोल्डी, फायर क्रॉस।
- अन्य किस्में: पूसा नारंगी, पूसा बसंती, संकर किस्म इंका, माया, एटलांटिक, डिस्कवरी।
उर्वरक का उपयोग: अफ्रीकी और फ्रेंच किस्मों के लिए प्रति हेक्टेयर 25 से 30 टन खाद का उपयोग करना चाहिए। इसके अलावा, प्रति हेक्टेयर 100 किग्रा नाइट्रोजन, 200 किग्रा फास्फोरस, और 200 किग्रा पोटाश का उपयोग करना चाहिए। संकर किस्मों के लिए रोपण से पहले 250 किग्रा नाइट्रोजन और 400 किग्रा फास्फोरस प्रति हेक्टेयर मिट्टी में डालना चाहिए।
गेंदे की खेती कम लागत में अधिक मुनाफा देने वाली फसल है। सही तकनीक और समय पर देखभाल से किसान सालाना 15 लाख रुपये तक की कमाई कर सकते हैं।